लखनऊ. दो दिन के दौरे के बाद 5 सितंबर को गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ मेट्रो सेवा का उद्घाटन किया. तमाम जोर शोर से शुरू हुई ये सेवा पहले ही दिन खराब हो गयी. यह करीब 2 घंटे तक आलमबाग स्टेशन पर खड़ी रही और बाद में इसे ले जाने के लिए दूसरी मेट्रो बुलानी पड़ी.
मंगलवार सुबह छह बजे के आसपास आम लोगों के लिए यह मेट्रो ट्रांसपोर्ट नगर से चली. इसमें LMRC के एमडी सहित बड़े अधिकारी और मीडिया के कई लोग सफर कर रहे थे. टीपी नगर से यह चारबाग स्टेशन पर पहुंची और इसके बाद आलमबाग पहुंची. वहीं जाकर यह मेट्रो खराब हो गई. करीब 2 घंटे तक वह वहां खड़ी रही.
मेट्रो पर सियायत भी हुई थी तेज
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेट्रो शिलान्यास की कुछ तस्वीरें साझा की थी. और कुछ घंटे अखिलेश ने ट्वीटर पर लिखा कि ‘इंजन तो पहले ही चल दिया था…डिब्बे तो पीछे आने ही थे.’ इससे साफ जाहिर होता कि मेट्रो की शुरूआत से पहले राजनीतिक हवाएं तेज हो गयी थी. ऐसा बताया जाता है कि लखनऊ मेट्रो अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजक्ट में से एक था. जिसका फायदा सत्ता में बैठी बीजेपी उठाती दिख रही है. आजकल लखनऊ मेट्रो राजनीतिक और शानदार पहल की वजह से चर्चा में हैं.
ये हैं सुविधाएं
लखनऊ मेट्रो की वेबसाइट पर किराया, मेट्रो रूट, हेल्प लाइन और अन्य नियमों के बारे में जानकारी दी गई है. तीन सितंबर से मेट्रो में यात्रा करने के लिए गो स्मार्ट कार्ड बनने लगेगा, इसकी शुरुआती कीमत 200 रुपए होगी जिसमें 100 रुपए का टॉप अप मिलेगा. किसी भी दो स्टेशनों के बीच यात्रा करने वालों को 10 रुपए खर्च करने होंगे, वहीं तीन किमी का सफर करने पर 15 रुपये का टिकट लेना होगा. इसके अलावा एक सिरे (टीपी नगर) से दूसरे सिरे (चारबाग) के बीच 8.5 किमी की दूरी के लिए अधिकतम 20 रुपये किराया तय किया गया है.