पुलिस से अधिक निजी सुरक्षा गार्ड वाले देशों में भारत टॉप पर, फोर्ब्स ने जारी की लिस्ट

शॉपिंग मॉल में सुरक्षा का ख्याल रखना हो या फिर गश्त लगाना हो, एयरपोर्ट की सुरक्षा करनी हो या फिर किसी वीआईपी की सुरक्षा का जिम्मा संभालना हो, सब जगह अब प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड ही दिख जाएंगे. पूरी दुनिया में निजी सुरक्षा गार्ड इंडस्ट्री में काफी बढ़ोतरी हुई है. भारत में भी हुई है, मगर भारत में निजी सुरक्षा गार्ड और पुलिस के बीच में एक गहरी खाई है.

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पुलिस से अधिक निजी सुरक्षा गार्ड वाले देशों में भारत टॉप पर, फोर्ब्स ने जारी की लिस्ट

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  • September 5, 2017 4:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. शॉपिंग मॉल में सुरक्षा का ख्याल रखना हो या फिर गश्त लगाना हो, एयरपोर्ट की सुरक्षा करनी हो या फिर किसी वीआईपी की सुरक्षा का जिम्मा संभालना हो, सब जगह अब प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड ही दिख जाएंगे. पूरी दुनिया में निजी सुरक्षा गार्ड इंडस्ट्री में काफी बढ़ोतरी हुई है. भारत में भी हुई है, मगर भारत में निजी सुरक्षा गार्ड और पुलिस के बीच में एक गहरी खाई है. 
 
फोर्ब्स ने जो ग्राफ जारी किया है उसमें साफ देखा जा सकता है कि भारत में पुलिस और प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की संख्या में कितनी बड़ी खाई है. पुलिस और प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की संख्या के मामले में भारत टॉप पर है. यानी कि भारत उन देशों की सूची में सबसे ऊपर है, जहां प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की संख्या पुलिस से अघिक है.
 
हैरान करने वाली बात है कि भारत में कई क्षेत्रों की सुरक्षा का जिम्मा प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड पर है. भारत में सिर्फ 14 लाख पुलिस कर्मी की तुलना में 70 लाख प्राइवेट सिक्योरिटी वर्कर्स हैं. इस आंकड़े से साफ होता है कि भारत में सुरक्षा के अधिकतर मामले प्राइवेट एजेंसियों के हाथ में ही है. 
 
हालांकि, चीन की कहानी भी कुछ इसी तरह है मगर चीन भारत से कुछ बेहतर नजर आता है. चीन में 27 लाख पुलिस की क्षमता की तुलना में 50 लाख प्राइवटे सिक्योरिटी कर्मचारी हैं. वहीं, अमेरिका में 8 लाख पुलिस कर्मी की तुलना में 11 लाख प्राइवेट सिक्योरिटी वाले हैं.  
 
 
दरअसल, कई देशों में ये निजी सुरक्षा गार्ड हथियारों से लैस होते हैं और यहां तक की वे पुलिस की तरह ही वर्दी में होते हैं. पिछले कुछ सालों में इस सेक्टर में काफी वृद्धि देखने को मिली है. आद दुनिया भर में प्राइवेट सिक्योरिटी वर्कर्स की संख्या करीब 20 मिलियन यानी कि दो करोड़ है और ये इंडस्ट्री 180 अरब की हो गई है. 
 
 
ऐसा अनुमान है कि 2020 तक ये इंडस्ट्री 240 अरब की हो जाएगा. हैरान करने वाली बात ये है कि रकम इतना ज्यादा है कि ये करीब पुर्तगाल, रोमानिया और हंगरी जैसे करीब 100 देशों की जीडीपी से अधिक है. गार्जियन की एक रिसर्च के मुताबिक, पूरे देश में जितनी जनसंख्या है, उनमें प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की संख्या पुलिस से अधिक है.
 
बता दें कि प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री का आगमन इराक और अफगानिस्तान के बीच युद्ध के दौरान हुआ. हालांकि, अब प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की मांग भी खूब होने लगी है. लोग अपनी निजी सुरक्षा के लिए भी प्राइवेट गार्ड रखते हैं. 
 

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