डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्‍णन के जन्मदिन पर PM ने देशवासियों को दी बधाई, गूगल ने मनाया टीचर्स डे

आज पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. शिक्षक दिवस डॉ. एस राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाया जाता है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने ट्विटर पर देशवासियों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए डॉ. एस राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि दी.

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डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्‍णन के जन्मदिन पर PM ने देशवासियों को दी बधाई, गूगल ने मनाया टीचर्स डे

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  • September 5, 2017 3:34 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. आज पूरे देश में शिक्षक दिवस मनाया जाता है. शिक्षक दिवस डॉ. एस राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाया जाता है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने ट्विटर पर देशवासियों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए डॉ. एस राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि दी.

इस अवसर पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि सर्च ईंजन गूगल भी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्‍णन का बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है. गूगल के द्वारा बनाए गए डूडल को देखकर आपको भी क्लासरूम की याद आने लगेगी. गूगल में एक टीचर बच्चों को पढ़ाते दिख रहे हैं. इस कृति में एक हाथ में स्टिक और एक हाथ में किताब लिए गूगल के स्पेशल टीचर बेहद ही रोचक लग रहे हैं.
 
जानिए डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्‍णन को
 
देश के पहले उप-राष्‍ट्रपति और दूसरे राष्‍ट्रपति डॉ सर्वपल्‍ली राधाकृष्‍णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु में हुआ था. बचपन से ही वे किताबें पढ़ने के शौकीन थे. स्वामी विवेकानंद और वीर सावरकर से वह काफी प्रभावित थे. 40 वर्षों तक उन्होंने शिक्षक के रूप में कार्य किया. 1954 में देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से उन्हें सम्मानित किया गया. भारत रत्न, ऑर्डर ऑफ मेरिट, नाइट बैचलर और टेम्पलटन समेत कई सम्मानों से उन्हें नवाजा गया है. 1952 से 1962 के बीच वह देश के उपराष्ट्रपति रहे. 1962 में डॉ राजेंद्र प्रसाद का कार्यकाल खत्म होने के बाद राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति का पद संभाला. 1962-67 तक वह देश के राष्ट्रपति रहे. चेन्नई में 17 अप्रैल 1975 को उनका निधन हो गया.
 
क्या है इस दिन का महत्व
 
5 सितंबर हमारे समाज के लिए बेहद जरूरी दिन है क्योंकि इसी दिन हम अपने गुरुओं का सम्मान कर उनका मनोबल बढ़ाते हैं. बच्चों को एक बेहतर व्यक्ति बनाने और उसके सुनहरे भविष्य बनाने में एक शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शिक्षा का असली ज्ञान सिर्फ एक शिक्षक ही दे सकता है. समाज के निर्माण में शिक्षक का रोल बेहद खास है, डॉ. राधाकृष्णन शिक्षक शिक्षक की महत्वता को बेहद अच्छे से पहचानते थे क्योंकि उन्हें शिक्षा की और उसके महत्व की समझ थी.

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