Shahid Afridi Autobiography Game Changer Javed Miandad: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और क्रिकेटर शाहिद अपरीदी ने हाल ही में अपनी ऑटोबायोग्राफी लॉन्च की. अपनी इस किताब में शाहिद अफरीदी ने कई खुलासे किए हैं. शाहिद अफरीदी ने अपनी जीवनी में लिखा कि वह जावेद मियांदाद को बिलकुल पसंद नहीं करते हैं. उनका कहना है कि मियांदाद को उनकी बैटिंग स्टाइल और टेक्निक को पसंद नहीं करते थे. इसके अलावा वह 1999 में भारत दौरे पर मुझे टीम से बाहर करना चाहते थे.
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान और धांसू ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने हाल ही में अपनी ऑटोबायोग्राफी गेम चेंजर लॉन्च की. अपनी आत्मकथा में अफीरीदी ने कई खुलासे किए. बायोग्राफी में उन्होंने अपने कई हीरो बताए हैं. इसके अलावा उन्होंने अपनी किताब में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज जावेद मियांदाद पर भड़ास भी निकाली है. शाहिद अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि उनका जावेद मियांदाद के प्रति कोई सम्मान नहीं है. शाहिद अफरीदी और जावेद मियांदाद आपसी कारणों के चलते एक दूसरे को पसंद नहीं करते थे. उन्होंने किताब में लिखा एक कोच के तौर पर जावेद मियांदाद को मेरी बैटिंग स्टाइल, टेक्निक और मेथड पसंद नहीं था.
शाहिद अफरीदी ने साल 1999 में भारत दौरे का जिक्र करते हुए लिखा कि उस समय टीम के कोच रहे जावेद मियांदाद उन्हें टीम से बाहर करना चाहते थे. लेकिन वसीम अकरम और मुख्य चयनकर्ता के प्रेशर के चलते मुझे टीम में शामिल किया गया.
https://youtu.be/3nlbId6G5pQ
चेन्नई मैच का जिक्र करते हुए शाहिद अफरीदी ने लिखा जावेद मियांदाद दयाहीन थे. उन्होंने मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया कि मैच से एक दिन पहले मुझे नेट पर अभ्यास करने का मौका नहीं दिया गया. जबकि मैं टीम में एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर शामिल था.
नेट पर अभ्यास नहीं करने के वाबजूद शाहिद अफरीदी इस मैच में खेले और उन्होंने शतक लगाया. पाकिस्तान ने ये मैच भारत से 12 रनों से जीता था. अफरीदी ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा कि इस मैच के बाद प्रजेटेशन सेरेमनी के दौरान जावेद मियांदाद मेरे पास आए और मुझे एक तरफ ले जाकर कहने लगे सुनों, तुमने अच्छा किया मुझे प्रजेंटेशन और इंटरव्यू के दौरान धन्यवाद देना और कहना कि मैंने तुम्हें एक अच्छा बल्लेबाज बनाया है.
https://youtu.be/65JYKa1Hw6U
अफरीदी ने किताब में लिखा कि जावेद मियादाद की इस हरकत के बाद मैंने उसी दिन से मैंने सम्मान करना बंद कर दिया. शाहिद अफरीदी ने कहा कि भले ही वह महान खिलाड़ी रहे हैं लेकिन एक इनसान के तौर पर बहुत ही छोटे हैं.
इसके अलावा शाहिद अफरीदी ने अपनी किताब में गौतम गंभीर और बॉल टेम्पिरिंग के बारे में भी लिखा है. गौतम गंभीर को उन्होंने एटीट्यूड वाला खिलाड़ी बताया. वहीं अफरीदी का कहना है कि मैंने मैच के दौरान कई बार बॉल टेम्परिंग की लेकिन कोई मुझे पकड़ नहीं सका.