नई दिल्ली. बीजेपी के फायरब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तमिलनाडू की राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका मानना है कि एआईएडीएमके के पन्नीरसेल्वम-पलानिसामी धड़े के पास बहुमत न होने की स्थिति में अब डीएमके के स्टालिन और अलग-थलग कर दिए गए डिप्टी सीएम टी.टी.वी.दिनकरन अगले कुछ दिनों में गठबंधन की सरकार बना लेंगे.
रविवार को स्वामी ने कहा कि फिलहाल स्टालिन के पास 90 विधायक हैं, वहीं दिनकरन के पास कुल 22 विधायक हैं. आगे उन्होंने कहा कि अगर हम मुस्लिम लीग, सीपीआई के विधायकों को साथ में जोड़ दें और उसके साथ ही अगर पलानिसामी सरकार को गिराने की इच्छा रखने वाले दल अगर दिनकरन के लिए वोट करते हैं तो पलानिसामी और पन्नीरसेल्वम के पास बहुमत साबित करने के लिए 117 का आंकड़ा नहीं बचेगा.
हालांकि, स्वामी का मानना है कि दिनकरण के विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है और ये संख्या बढ़कर 32 हो सकती है. ऐसे कई विधायक हैं जो उप चुनान नहीं चाहते हैं. साथ ही दिनकरण ने भी कहा है कि वो उपचुनाव नहीं होने देंगे.
स्वामी ने इस बात पर जोर दिया कि स्टालिन तमिलनाडू के मुख्यमंत्री बनेंगे. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अब ये दिनकरण पर निर्भर करता है कि वो सरकार में डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करना चाहते हैं या फिर वो बाहर से समर्थन देना चाहते हैं.
गौरतलब है कि 24 अगस्त को एआईएडीएमके के 19 विधायकों पार्टी से तब समर्थन वापस ले लिया था, जब इसके दो धड़ों ने आपस में विलय का फैसला किया था. इन 19 विधायकों ने राज्यपाल सी विद्याराव को विज्ञप्ति सौंप कर कहा था कि उन्हें अब मुख्यमंत्री पर कोई भरोसा नहीं है.