पटना. बिहार में बाढ़ से हालत और बिगड़ गए हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर 418 तक पहुंच गई है. अभी तक हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं. गांव टापू बन गए हैं और घरों में भी पानी घुस गया है. बाढ़ की इस विभीषिका से बिहार को 19 जिलों में 1.67 लोग प्रभावित हैं.
ये जानकारी खुद आपदा प्रबंधन विभाग ने दी. विभाग के अनुसार राज्य में मौत का आंकड़ा 418 हो गया है. राज्य में 1 लाख 67 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बिहार के सहरसा और मुजफ्फरपुर के अलावा अन्य जिलों में लोगो की मौत की खबरें हैं. राहत की खबर ये है कि सिवान जिलें में बाढ़ के चलते किसी की मौत की खबर नहीं हैं.
आपदा प्रबंधन के मुताबिक, सूबे के करीब 14 जिले बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं. बिहार में विकराल रूप धारण किये हुए बाढ़ से निपटने के लिए बिहार में 28 NDRF, 16 SDRF की टीमें तैनात की गई हैं. ये टीमें बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित स्थान में लाने का काम कर रही हैं. अकेले अररिया जिले में ही बाढ़ के चलते 87 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा सीतामढ़ी में 43, कटिहार में 40, पश्चिमी चंपारण में 36, पूर्वी चंपारण में 32, मधुबनी में 28, दरभंगा में 26, किशनगंज में 24, माधेपुरा में 22, गोपालगंज में 20, सुपौल में 16 और पूर्णिया में 9 लोगों की मौत हुई है.
बता दें आपदा प्रबंधन विभाग ने मीडिया को बताया है कि 1403 सामूहिक रसोइयों में लाखो लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है. सेना के 630 जवान बाढ़ पीड़ियों की मदद कर रहे हैं. कुछ जगहों पर बाढ़ के पानी का स्तर भी कम हुआ है और लोगों ने अपने घर वापस लौटना शुरू कर दिया है.
आपदा प्रबंधन विभाग की जानकारी के अनुसार बाढ़ के पानी के स्तर को देखते हुए बिहार में राहत शिविरों में कमी की गई है. पहले 624 शिविर बनाए गए थे जो अब घटकर 368 हो गए हैं. इनमें लगभग 1.59 लाख लोग आश्रय ले रहे हैं.