IB रिपोर्ट में खुलासा: फरीदकोट में डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने पेट्रोल, डीजल और नुकीले हथियार किए जमा

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इंसा जिसे दुनिया बाबा राम रहीम के नाम से जानती है. आज दो राज्यों का शासन और प्रशासन दोनों एलर्ट पर है क्योंकि गुरमीत राम रहीम पर चल रहे रेप केस का फैसला 25 अगस्त को आना है

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IB रिपोर्ट में खुलासा: फरीदकोट में डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने पेट्रोल, डीजल और नुकीले हथियार किए जमा

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  • August 23, 2017 6:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इंसा जिसे दुनिया बाबा राम रहीम के नाम से जानती है. आज दो राज्यों का शासन और प्रशासन दोनों एलर्ट पर है क्योंकि गुरमीत राम रहीम पर चल रहे रेप केस का फैसला 25 अगस्त को आना है और उनके समर्थक अभी से ही पंचकूला में हजारों की संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं. 
 
पंजाब और हरियाणा में 25 अगस्त को भारी उत्पात और हिंसक झड़प की आशंका जताई जा रही है क्योंकि गुरमीत राम रहीम इंसा फिलहाल रेप के मामले में फंसे हैं और उस पर फैसला आने वाला है. फैसले आने के बाद कोई गड़बड़ी ना हो, हिंसक झड़पें ना हों इसके लिए ये सारे इंतजामात किए गए हैं.
 
 
गुरमीत राम रहीम पर अपने आश्रम की साध्वियों के साथ रेप का आरोप है. सीबीआई की अदालत 25 अगस्त को इस पर फैसला सुनाएगी. फैसला पंचकूला में सुनाया जाएगा जिसमें गुरमीत राम रहीम भी उपस्थित रहेंगे. शनिवार को पंचकूला में ही पत्रकार छत्रपति हत्याकांड और रंजीत मर्डर केस में भी सुनवाई हुई थी. सुनवाई के दौरान गुरमीत राम रहीम के सैकड़ों समर्थक पंचकूला में इकट्ठा हो गए थे.

 
शनिवार की घटना के बाद हरियाणा और पंजाब दोनों राज्य खासे अलर्ट हो गए हैं क्योंकि गुरमीत राम रहीम के समर्थक हजारों की संख्या में पंचकूला में इकट्ठा हो रहे हैं. मुख्य तौर पर पंजाब और हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा का प्रभाव है लेकिन ऐसा दावा है कि इसके अनुयायी पूरे देश में फैले हैं. 
 
 
देश में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि किसी अनहोनी से निपटने के लिए सरकार ने इतनी बड़ी तैयारी की है. खुफिया तंत्र सक्रिय कर दिया गया है. पीसीआर और राइडर की गश्त बढ़ा दी गई है अर्धसैनिक बलों की 35 कंपनियां पूरे प्रदेश में तैनात हो चुकी हैं. खास फोकस पंचकूला, सिरसा और फतेहाबाद जिलों पर है साथ ही दूसरे जिलों पर पैनी निगाह है क्योकि लाखों की तादाद में डेरा समर्थकों ने पंचकूला की तरफ कूच कर दिया है.
 
खबर ये भी है कि डेरा प्रमुख सिरसा से पंचकूला के सेक्टर 5 के परेड ग्राउंड तक हेलीकॉप्टर से आ सकते है. अगर ऐसा हुआ तो ये भी ऐतिहासिक ही होगा. इसके बाद परेड ग्राउंड से भारी सुरक्षा के बीच बाबा राम रहीम को कोर्ट तक लाया जाएगा. अगर डेरा प्रमुख के खिलाफ फैसला आया तो माहौल बिगड़ने के पूरे हालात है और उन हालात से निपटना पुलिस के लिए और बड़ी चुनौती होगी.
 
 
आईबी रिपोर्ट के मुताबिक फरीदकोट में डेरा समर्थकों ने घर की छतों पर भारी मात्रा में पेट्रोल, डीजल और काफी नुकीले हथियार जमा कर लिए हैं. फैसला अगर डेरा प्रमुख के खिलाफ जाता है, तो डेरा समर्थक भारी उपद्रव कर सकते हैं.
 
लाखों की तादाद में जुटने वाले इन समर्थकों को संभालने की चुनौती वाकई बड़ी है लेकिन तैयारी भी जबर्दस्त है. इस दौरान पूरे इलाके पर ड्रोन कैमरे से नजर रखने का प्लान है. सोशल मीडिया को भी मॉनिटर किया जा रहा है. वही सैटलाइट के जरिए डायल 100 को भी केंद्रीकृत किया जा रहा है. ताकि पूरे प्रदेश में कही भी किसी अप्रिय घटना को बिना देरी किए काबू में किया जा सके.
 
साल 2002 में गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण का आरोप लगा था. इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी. एक युवती ने गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और पीएम के नाम जारी किया था. हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए 24 सितंबर 2002 को सीबीआई को इस पत्र के आधार की जांच का जिम्मा सौंपा. 
 
 
सीबीआई ने जांच पूरी कर रिपोर्ट जुलाई 2007 को स्पेशल कोर्ट को सौंप दी थी. गुरमीत राम रहीम ने अपने बचाव में दो युवतियों को गवाह के तौर पर पेश करने की अर्जी दी थी लेकिन सीबीआई के वकील की बहस के बाद इसे खारिज कर दिया गया था. साल 2007 में जब बाबा राम रहीम पर इस मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटकी तो उनके समर्थकों ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया था. इसकी के चलते इस बार शासन और प्रशासन कोई चांस नहीं लेना चाहती. इसी मामले में 25 अगस्त को फैसला आना है जिसके लिए पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं.  
 
गुरमीत राम रहीम पर आश्रम के साधुओं की जबरन नसबंदी का मामला भी चल रहा है. मामले में जनहित याचिका दायर करने वाले हंसराज चौहान हैं. उन्होंने गुरमीत राम रहीम पर 400 लोगों की नसबंदी कराने का आरोप लगाया है. मामले की सीबीआई जांच चल रही है. नसबंदी के मामले में प्रशासन ने अदालत के आदेश के बाद सात लोगों की चिकित्सीय जांच कराकर पाया कि उनकी नसबंदी हुई थी.

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