मालेगांव ब्लास्ट केस : 9 साल के बाद जेल से रिहा हुए कर्नल पुरोहित

2008 के मालेगांव ब्लास्ट मामले में पिछले लगभग 9 सालों से जेल में बंद कर्नल पुरोहित आज रिहा हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पुरोहित की जमानत याचिका मंजूर करते हुए उन्हें सोमवार को जमानत दे दी थी.

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मालेगांव ब्लास्ट केस : 9 साल के बाद जेल से रिहा हुए कर्नल पुरोहित

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  • August 23, 2017 4:33 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

मुंबई : 2008 के मालेगांव ब्लास्ट मामले में पिछले लगभग 9 सालों से जेल में बंद कर्नल पुरोहित आज रिहा हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पुरोहित की जमानत याचिका मंजूर करते हुए उन्हें सोमवार को जमानत दे दी थी.

एनआईए के विरोध के बाद भी कोर्ट ने पुरोहित को जमानत दे दी. जिसके बाद आज कर्नल पुरोहित की आज मुंबई की तलोजा जेल से रिहाई हो गई. सोमवार को कोर्ट से बेल मिलने के बाद पुरोहित को मुंबई के एनआईए कोर्ट ले जाया गया जहां से उन्हें मंगलवार को रिलीज ऑर्डर मिला.
 
अपनी रिहाई से खुश होते हुए कर्नल पुरोहित ने कहा कि अब वह अपने परिवार के पास वापस जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे दो परिवार हैं. पहला मेरी सेना और दूसरा मेरा अपना परिवार जिसमें मेरी मां, पत्नी, दो बच्चे और दो कुत्ते हैं. जेल से छूटने के बाद मैं सबसे पहले मां के हाथ का खाना खाऊंगा.’
 
 
पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से सोमवार को ही जमानत मिल गई थी. उनके वकील श्रीकांत शिवदे ने बहुत कोशिश की कि पुरोहित को मंगलवार को घर वापस लाया जा सके, लेकिन औपचारिकताएं इतनी ज्यादा थीं कि उन्हें बुधवार को रिहा किया गया.
 
कर्नल पुरोहित ने रिहाई के बाद जल्द ही सेना से फिर से जुड़ने की इच्छा भी जताई है. उन्होंने कहा है कि वह फिर से अपनी वर्दी पहनना चाहते हैं और सेना से जुड़ना चाहते हैं. बता दें कि रिहाई के 24 घंटे के अंदर ही पुरोहित को पुणे में सेना के सामने हाजिरी देनी है.
 
बता दें कि आर्मी से साल 2008 में मालेगांव ब्लास्ट मामले में कर्नल पुरोहित की गिरफ्तारी के बाद सेना ने उन्हें निलंबित कर दिया था, लेकिन अब कहा जा रहा है कि आर्मी उनके निलंबन को रद्द भी कर सकती है. कर्नल श्रीकांत पुरोहित ने कहा, ‘मैं जवानों के परिवार से आता हूं. मुझे लेकर अब आगे का फैसला आर्मी को ही करना है. 
 
ये था मामला
29 सितंबर 2008 को मालेगांव में एक बाइक में बम लगाकर विस्फोट किया गया था. इस धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 100 लोग घाटल हो गए थे. साध्वी प्रज्ञा पर भोपाल, फरीदाबाद की बैठक में धमाके की साजिश रचने के आरोप लगे थे. साध्वी और पुरोहित को 2008 में गिरफ्तार किया गया था.

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