नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एंबुलेंस की कमी झेलनी पड़ सकती है. क्योंकि दिल्ली सरकार के अंतर्गत राजधानी में सबसे ज्यादा और निशुल्क एंबुलेंस सेवा देने वाला केंद्रीयकृत एम्बुलेंस और ट्रामा सर्विसेस (CATS) के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. जिससे 90 प्रतिशत से ज्यादा एंबुलेंस खड़ी हो गई हैं.
बता दें कि शुक्रवार को कैट्स के 23 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया जिसके बाद हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया. इससे पहले 2 अगस्त को भी कैट्स के कर्मचारी ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने की मांग को लेकर हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी लेकिन बाद में उन्होंने अपने हड़ताल पर जाने का फैसला बदल दिया.
एंबुलेंस कर्मियों का कहना था कि अगर 10 अगस्त तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो 11 अगस्त से हड़ताल पर चले जाएंगे. कर्मचारियों ने कहा था कि ठेकेदारी प्रथा के कारण हर समय स्टाफ की समस्याएं बनी रहती हैं. इसके साथ-साथ कर्मचारियों का शोषण भी करने का आरोप लगाया था.
कैट्स एंबुलेंस दिल्ली सरकार के अंतर्गत स्वायत्त रूप से काम करने वाली संस्था है. दिल्ली में 95 फीसदी मामलों में कैट्स अपनी सेवा देता है. कैट्स के पास एएलएस, बीएलएस और मारुति ईको केयर शामिल हैं. राजधानी ऐसी निशुल्क निजी एंबुलेंस सेवा काफी कम है.