मुंबई : स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर मुंबई की एक कंपनी एक्वाक्राफ्ट प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने स्वच्छाग्रह प्रोग्राम के तहत आर डी नेशनल कॉलेज के साथ मिलकर भारत की पहली स्वच्छ लैब को लॉन्च किया है.
स्वच्छाग्रह प्रोग्राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान और नए भारत वीजन से प्रेरित है. स्वच्छाग्रह एक आंदोलन है जो पूरे देश में स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में जमीनी स्तर पर समाधान तैयार कर रहा है. स्वच्छ लैब का उद्देश्य टेस्टिंग और कैलिब्रेशन, नवाचार और अनुसंधान एवं विकास, सर्वेक्षण और डाटा संग्रह,निगरानी और रिपोर्टिंग,समर्थन और संपर्क और ज्ञान प्रबंधन को बढ़ावा देना है.
बता दें कि स्वच्छ लैब स्मार्टफोन एप से जुड़ा हुआ है जिसे कोई भी छात्र डाउनलोड कर सकता है, पूरे ऑपरेशन और इस पूरे प्रोग्राम की निगरानी इस एप के माध्यम से संचालित की जा सकती है. स्वच्छाग्रह के प्रमुख अविनाश गुप्ता ने बताया कि स्वच्छ एप कई स्टेकहोल्डर्स जैसे कि SWACHHePRENEURS को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से कनेक्ट करने में सक्षम है. ये एप विशेष रूप से विद्यार्थियों / स्वयंसेवकों के लिए अच्छा है क्योंकि वे किसी भी समय लैब के साथ संपर्क कर सकते हैं.
स्वच्छाग्रह में आर्किटेक्ट सुब्रमण्य कुसनुर ने कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हम माननीय प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर अगले पांच सालों में यानी की 2022 तक 500 जिलों में 50000 SWACHHePRENEURS बनाए जाएंगे जो पीने के पानी और स्वच्छता समाधान को लेकर काम करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि ये हमारी प्रतिज्ञा है कि हम चतुर आइडिया नेटवर्क यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर 600 से अधिक विश्वविद्यालयों में स्वच्छ लैब खोलें. चतुर आइडिया का उद्देश्य SWACHHEPRENEURS की मदद से 600 कॉलेजों में वाटर एटीएम और स्वच्छ लैब खोलना है.
कॉमनवेल्थ यूथ काउंसिल में एशिया क्षेत्रीय प्रतिनिधि प्रवीण निकम ने कहा कि सुब्रमण्य कुसनूर सर ने लोगों के जीवन में स्वच्छता और पीने के पानी को मुहैया कराया जिससे एक काफी बड़ा बदलाव देखने को मिला है. उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि सुब्रमण्य कुसनूर के अभिनव प्रगति से ‘स्वच्छता और पानी’ के क्षेत्र में एक नई संस्कृति पैदा हुई है जो गरीबों को गले लगाती है और श्रम की गरिमा को पुकारती है.
कॉर्पोरेट ऐकडेमिक पार्टनरशिप पर टिप्पणी करते हुए आरडी नेशनल कॉलेज के प्रिंसिपल श्री दिनेश पांजवानी ने कहा कि हम एक्वाक्राफ्ट और स्वच्छाग्रह के साथ इस पार्टनरशिप पर गर्व महसूस कर रहे हैं क्योंकि इस कार्यक्रम में हमारे छात्र स्वेच्छभारत में सहयोग ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि सुब्रह्मण्य कुसनुर हमारी संस्था का एक छात्र है.ॉ
बता दें कि स्वच्छ लैब स्मार्टफोन एप से जुड़ा हुआ है जिसे कोई भी छात्र डाउनलोड कर सकता है, पूरे ऑपरेशन और इस पूरे प्रोग्राम की निगरानी इस एप के माध्यम से संचालित की जा सकती है. स्वच्छाग्रह के प्रमुख अविनाश गुप्ता ने बताया कि स्वच्छ एप कई स्टेकहोल्डर्स जैसे कि SWACHHePRENEURS को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से कनेक्ट करने में सक्षम है. ये एप विशेष रूप से विद्यार्थियों / स्वयंसेवकों के लिए अच्छा है क्योंकि वे किसी भी समय लैब के साथ संपर्क कर सकते हैं.