पटना: करीब एक महीना हो गया लेकिन बिहार में राजनीतिक भूचाल है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. सोमवार को जेडीयू ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने 21 नेताओं को सस्पेंड कर दिया है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने नोटिफिकेशन जारी कर 21 नेताओं को प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया है.
वशिष्ठ नारायण सिंह के मुताबिक पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते इन नेताओं को पार्टी से बाहर निकाला गया है. निकाले गए नेताओं में सीतामढ़ी से पार्टी के पूर्व सांसद अर्जुन राय के अलावा विधायक और पूर्व मंत्री रमई राम भी शामिल है. इसके अलावा जिन नेताओं को पार्टी से निकाला गया है वो इस प्रकार हैं.
- राजकिशोर सिन्हा- पूर्व विधायक, वैशाली
- विजय शर्मा- मधेपुरा
- धनिकलाल मुखिया- जिलाअध्यक्ष, सहरसा
- सियाराम यादव- पूर्व जिलाअध्यक्ष, मधेपुरा
- विन्हेश्वर सिंह- पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, श्रमिक प्रकोष्ठ
- इसराईल मंसूरी- राज्य परिषद सदस्य, मुजफ्फरपुर
- मिथलेश कुशवाहा-
- निरंजन राय- राज्य परिषद सदस्य, मुजफ्फरपुर
- देवकांत राय- दरभंगा
- टिक्कु कसेरा- व्यवसायिक प्रकोष्ठ, जिला अध्यक्ष मधुबनी
- जयकुमार सिंह- प्रखंड अध्यक्ष-सोनबरसा
- धीरेंद्र यादव- कहरा
- उदयचंद्र साहा- व्यवसायिक प्रकोष्ठ
- विरेंद्र आजाद- प्रखंड अध्यक्ष बिहारीगंज
- सुरेश यादव- प्रखंड अध्यक्ष, सतर कटैया
- विजेंद्र यादव- प्रखंड अध्यक्ष- सौर बाजार
- रमण सिंह- किसान प्रकोष्ठ, मधेपुरा
- कमल दास- अध्यक्ष, मधेपुरा नगर परिषद
- देवेंद्र साह- जिला परिषद उपाध्यक्ष, सीतामढ़ी
गौरतलब है कि महागठबंधन से हटने के बाद से जेडीयू दो धड़ों में बंट गया है. पहला धड़ा नीतीश कुमार के फैसले के समर्थन में उनके साथ खड़ा है, वहीं दूसरा धड़ा शरद यादव के खेमे का है जो महागठबंधन टूटने के बाद से नाराज हैं. इसी खींचतान की वजह से पार्टी इन दिनों भारी संकट से गुजर रही है. ये देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार जेडीयू में पैदा हो चुकी फूट से कैसे पार पाते हैं.
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