नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष और चाणक्य अमित शाह ने बुधवार को अपने कार्यकाल का तीन साल सफलतापूवर्क पूरा किया. इस मौके पर तड़के सुबह पीएम मोदी ने अमित शाह को सफलतापूर्वक तीन साल पूरा करने के लिए बधाई दी. बता दें कि अमित शाह ने अपने इस तीन साल के कार्यकाल के दौरान बीजेपी को फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया. अमित शाह के दिमाग और राजनीतिक दूरदर्शिता का ही ये कमाल है कि आज बीजेपी देश की आधी से अधिक आबादी पर सत्ता चला रही है. अमित शाह के इस कार्यकाल के दौरान न सिर्फ बीजेपी का आधारा पूरे देश में फैला दिया, बल्कि उन्होंने वैसे राज्यों में बीजेपी की जीत दिलाई, जहां पर सत्ता में आना बीजेपी के लिए सपने जैसा था. ये अमित शाह के राजनीतिक दिमाग का ही कमाल है कि गोवा, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बिना बहुमत के भी बीजेपी सरकार बनाने में सफल रही.
अमित शाह और पीएम मोदी की जोड़ी को उस वक्त के अटल-आडवाणी की जोड़ी के रूप में देखा जाता है. इन दोनों ने मिलकर बीजेपी को बुलंदियों पहुंचा दिया है और कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की दिशा में अमित शाह एड़ी-चोटी का जोड़ लगा रहे हैं. अमित शाह के तीन साल के कार्यकाल के दौरान बीजेपी आज जहां खड़ी है, उसकी कल्पना 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले किसी ने सोची भी नहीं थी. शाह की अहमियत इसी बात से लगाई जा सकती है कि अमित शाह को बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक संगठन बना देने का श्रेय दिया जाता है. अमित शाह की खासियत है कि वो सरकार और पार्टी के बीच में तालमेट बिठा कर रखते हैं और राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिले स्तर तक के कार्यकर्ता से सीधा संवाद करना पसंद करते हैं.
अमित शाह ने इन तीन साल के कार्यकाल में अपने दम पर बीजेपी को 13 राज्यों में जीत दिला दी और गठबंधन के साथ मिलकर 5 से अधिक राज्यों में सरकारें बनवाईं. असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में बीजेपी की जीत की बात करना बेमानी लगती थी, मगर अमित शाह ने यहां भी बीजेपी को जीत दिलाई. हरियाणा और महाराष्ट्र में पहली बार बीजेपी के मुख्यमंत्री बना और उत्तर प्रदेश में बीजेपी इतने बड़े अंतर से जीत दर्ज की, इन सबका श्रेय अमित शाह को ही जाता है. 2014 लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह के कैबिनेट में जाने के बाद अमित शाह को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. जिसके बाद से अमित शाह अध्यक्ष के रूप में लगातार बीजेपी को मजबूती देते आ रहे हैं. अमित शाह अब गुजरात राज्यसभा में जीत के बाद से अब अमित शाह और भी अधिक ऊर्जा से काम करेंगे.
बता दें कि जुलाई 2014 में ही बीजेपी ने अमित शाह को अध्यक्ष पद के लिए नियुक्त कर लिया था, मगर बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने 9 अगस्त को इस निर्णय पर मंजूरी दी थी. यही वजह है कि 9 अगस्त को इनके तीन साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है. अमित शाह को 2016 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में दोबारा चुना गया था. और इस तरह से दिसंबर 2018 में उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा होगा. शाह जिस तरह से पूरे देश में बीजेपी को मजबूत करने में लगे हैं उससे साफ लगता है कि वो 2019 में भी बीजेपी की सरकार बनवाने में कामयाब हो जाएंगे.