अहमदाबाद: गुजरात में राहुल गांधी की कार पर पथराव हुआ और उन्हें काले झंडे दिखाए गए. घटना गुजरात के बनासकांठा की है, जहां राहुल गांधी बाढ़ पीड़ितों का जायजा लेने गए थे. इसी दौरान वहां प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में नारेबाजी शुरू हो गई. मौके का फायदा उठाकर भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने राहुल गांधी की कार पर पत्थर फेंके जिससे कार की शीशा टूट गया.
इस मामले पर अब गुजरात से लेकर दिल्ली तक सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं. दरअसल राहुल गांधी बाढ़ से बेहाल गुजरात के बनासकांठा जिले का जायजा लेने पहुंचे थे, इस दौरान उनकी कार पर पथराव हो गया. जिससे कार की पिछली सीट के बगल में लगा कांच टूट गया.
बताया जा रहा है कि भीड़ में शामिल कुछ लोग राहुल की बनासकांठा यात्रा का विरोध कर रहे थे और जैसे ही राहुल गांधी का काफिला वहां पहुंचा ये लोग उन्हें काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी करने लगे. लेकिन इतने हो हंगामे के बावजूद राहुल नहीं रुके वो बोलते रहे. राहुल ने कहा कि वो बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों के साथ हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं होने देना चाहते हैं. हालांकि राहुल की कार पर हमला किसने किया और उन्हें काले झंडे दिखाने वाले लोग कौन थे इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है.
भीड़ में मौजूद लोग मोदी नाम के नारे जरूर लगा रहे थे पर ये कहना मुश्किल है कि ये लोग किस पार्टी या विचारधारा से जुड़े हैं. गुजरात पुलिस अब इस मामले की पड़ताल में जुटी है पर बनासकांठा से लेकर दिल्ली तक राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस ने जहां ने पथराव की घटना के लिए सीधे-सीधे बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है तो वहीं बीजेपी ने आरोप खारिज करते हुए कांग्रेस पर ही तीखा पलटवार किया है.
बता दें कि गुजरात में बाढ़ से जबर्दस्त बर्बादी हुई है. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था जिसके बाद अब राहुल गांधी पीड़ितों का हाल चाल लेने बनासकांठी पहुंचे थे. बहरहाल इस घटना के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को ट्वीट करके कहा कि मोदी जी के नारों से काले झंडों और पत्थरों से हम पीछे हटने वाले नहीं है.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने भी ट्वीट करके कहा ‘अच्छा होता कि राहुल गांधी और कांग्रेस लोगों की मदद करते और दिखावा न करते। पार्टी में राहुल गांधा का स्टाइल ही अनोखा है. उनको देखकर कांग्रेस के विधायक भी छुट्टी के मोड में आ गए हैं. गुजरात के लोग कांग्रेस की सारी चालें समझते हैं.