Chaitra Navratri 2019 Color: 6 अप्रैल से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहे हैं. हिंदूओं के इस नए साल के लिए लोगों ने तैयारियां शुरु कर दी हैं. नौ दिनों तक लोग व्रत रखते और मां दुर्गा की पूजा करते हैं. नौ दिनों के लिए अलग-अलग देवी की पूजा अलग-अलग रंग के कपड़े पहनकर की जानी चाहिए. जानें किस दिन पहने कौन से रंग के कपड़े.
नई दिल्ली. नवरात्र भारत के बड़े त्योहारों में से एक है. चैत्र नवरात्र हिंदू धर्म के अनुसार नया साल माना जाता है. इसे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. नवरात्र के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है. इस साल चैत्र नवरात्र 6 अप्रैल से शुरू होकर 13 अप्रैल तक चलेंगे.
चैत्र नवरात्र 2019 घटस्थापना समय और शुभ मुहूर्त:
घटस्थापना मुहूर्त- 06:32 सुबह से 10:38 सुबह
समय अवधि- 4 घंटे 5 मिनट
घटस्थापना मुहूर्त प्रतिपदा तिथि और वैधृति योग में पड़ेगा.
प्रतिपदा तिथि की शुरुआत- 5 अप्रैल 2019 को दोपहर 14:20 बजे से
प्रतिपदा तिथि खत्म- 6 अप्रैल 2019 को दोपहर 15:23 बजे तक
नवरात्र से कई रिवाज जुड़े हैं लेकिन नवरात्र के हर दिन अलग और खास रंग के कपड़े पहनना एक अनोखा रिवाज है. मान्यता के अनुसार नवरात्र के 9 दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है. इन रूपों के अनुसार रंगों को पहनना पवित्र माना जाता है. कहा जाता है कि दिन के अनुसार रंग पहनने से भी सौभाग्य प्राप्त होता है.
इस नवरात्र ये रंग पहनें:
* पहला दिन- इस दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. इस दिन सलेटी (ग्रे) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग गौरव का प्रतीक है. ये रंग भगवान से जोड़ता है और देवी मां की सुरक्षा प्रदान करता है.
* दूसरा दिन- इस दिन मां भ्रमाचारिणी की पूजा की जाती है. इस दिन नारंगी (ऑरेंज) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग नाम, पैसा और शोहरत का प्रतीक है. ये रंग व्यक्ति के वातावरण को और आकर्षित करता है.
* तीसरा दिन- इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. इस दिन सफेद (व्हाइट) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग शांती, भक्ति, विश्वास और स्थिरता का प्रतीक है. ये रंग निर्धारित करता है कि देवी भक्तों को किसी भी नुकसान से बचाए.
* चौथा दिन- इस दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है. इस दिन लाल (रेड) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग शक्ति, उत्साह और जोश का प्रतीक है. ये रंग देवी का सबसे पसंदीदा रंग है. इस दिन भक्तों को देवी के चरणों में लाल रंग के फूल भी चढ़ाने चाहिए.
* पांचवा दिन- इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है. इस दिन आसमानी (स्काई ब्लू) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग विशालता और भक्ति का प्रतीक है. ये रंग आध्यात्मिक जागरुकता पाने में मदद करता है.
* छठा दिन- इस दिन मां कात्यायिनी की पूजा की जाती है. इस दिन गुलाबी (पिंक) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग उम्मीद और नई शुरुआत का प्रतीक है. जो लोग इस दिन गुलाबी रंग पहनते हैं देवी उनपर उपकार करती है और उनके पाप मिटा देती है.
* सातवां दिन- इस दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. इस दिन नीले (रॉयल ब्लू) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग ऊर्जा और शांती का प्रतीक है. जो लोग ये रंग पहनते हैं देवी उन्हें खुशहाली और खुशी प्रदान करती है.
* आठवां दिन- इस दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है. इस दिन पीले (येलो) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग खुशहाली का प्रतीक है और जीवन में सकारात्मकता और आत्मविश्वास लेकर आता है. ये रंग सकारात्मक नजरीया अपनाने में मदद करता है.
* नौवां दिन- इस दिन मां सिद्धीदात्री की पूजा की जाती है. इस दिन हरे (ग्रीन) रंग के कपड़े पहनने चाहिए. ये रंग खुशहाली, बेशर्त प्यार और अमीरी का प्रतीक है. ये रंग रिश्ते सुधारने में मदद करता है.
Chaitra Navratri 2019: 6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू, गलती से भी ना करें ये काम, रहें सावधान