नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में 18 अगस्त को फेरबदल हो सकता है. सूत्र बता रहे हैं कि जिन मंत्रियों काम-काज ठीक नहीं रहा है उनकी छुट्टी हो सकती है और ऐसे मंत्रियों की संख्या 12 के आसपास मानी जा रही है. खबर ये है कि सरकार ने सभी मंत्रालयों की एक इंटरनल रिपोर्ट तैयार करवाई है और इस रिपोर्ट में अलग-अलग मंत्रालयों और मंत्रियों के काम-काज का ब्योरा है.
इन तमाम मंत्रियों को ये बता दिया गया है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ सकती है, इसलिए नॉन परफॉर्मर्स को मोहलत नहीं दी जा सकती. कहने का मतलब ये है कि इस बार की फेरबदल 2019 के लोकसभा चुनावों के लिहाज से होने वाली है. मनोहर पर्रिकर के गोवा का सीएम बनने, वेंकैया नायडू के उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने और अनिल दवे के निधन के बाद नगर विकास, सूचना प्रसारण, पर्यावरण और रक्षा जैसे 4 अहम मंत्रालय अतिरिक्त प्रभार पर चल रहे हैं. इसके अलावा ठीक काम ना करने वाले कुछ मंत्रालयों में फेरबदल को मिला दें, तो ठीक-ठाक संख्या में बदलाव होना है. सूत्रों की मानें तो इस फेरबदल में बिहार में हाल ही में एनडीए में शामिल हुए जेडीयू से एक या दो मंत्री बनाए जा सकते हैं.
देश में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है. मोदी सरकार ने विजिलेंस डिपार्टमेंट को दागी और अपने काम पर फोकस नहीं करने वाले अधिकारियों की एक लिस्ट तैयार करने को कहा है। इस लिस्ट के आधार पर अगले कुछ दिनों में बड़ी कार्रवाई हो सकती है. बताया जा रहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों की लिस्ट तैयार होने के बाद उसे CBI और CVC को भेजा जाएगा. ये एजेंसियां लिस्ट में शामिल अधिकारियों के कामकाज पर नजर रखेंगी. इसके अलावा एजेंसियां भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की भी कार्रवाई करेंगी. जरूरत पड़ने पर ऐसे अधिकारियों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा. उन्हें नौकरी में डिमोशन या फिर बर्खास्त भी किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाएगी.