Facebook News Tab: फेसबुक ने जानकारी दी है कि वो न्यूज टैब पर काम कर रहे हैं. इस टैब के जरिए फर्जी खबर से यूजर्स को बचाने में मदद मिलेगी. इसके जरिए यूजर्स के पास अच्छी क्वॉलिटी की विश्वसनीय खबर पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. फेसबुक सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने बताया कि इसमें 10 से 15 प्रतिशत यूजर्स को दिलचसपी होगी.
नई दिल्ली. फेसबुक न्यूज टैब नाम के नए फीचर पर काम कर रहा है. इसके जरिए अच्छी क्वॉलिटी और विश्वसनीय खबरों को आर्थिक मदद भी मिलेगी. इस बारे में जानकारी देते हुए फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक न्यूज टैब पर काम कर रहा है इससे विश्वसनीय खबरों को आर्थिक समर्थन मिलेगा. इस बारे में जानकारी मार्क जुकरबर्ग ने एक वीडियो बातचीत के दौरान दी. उन्होंने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत फीड से अलग उत्पाद बनाने में रुचि है जो ऐसे लोगों की सेवा करे जो पेशेवर मीडिया से समाचार चाहते हैं.
जुकरबर्ग ने वीडियो में कहा, हम चाहते हैं कि यहां केवल हाई क्वॉलिटी और भरोसेमंद जानकारी दिखाई जाए. ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके पास अधिक समाचार की मांग है. जुकरबर्ग ने कहा कि उनका मानना है कि 10 से 15 प्रतिशत फेसबुक उपयोगकर्ता न्यूज टैब में रुचि रखते हैं. न्यूज टैब इस तरह से बनाया जाएगा कि जिन समाचार संगठनों की खबरों को चुना जा रहा है उन्हें इसके लिए भुगतान किया जाए. हम पत्रकारों से खबर नहीं बनवाएंगे. बता दें कि फेसबुक पर कई बार अपने न्यूज फीड में फर्जी और गलत खबरें फैलाने के आरोप लगे हैं. इसी दिशा में सुधार के लिए फेसबुक ने ये कदम उठाया है. बता दें कि न्यूज फीड में यूजर्स के दोस्तों की खबरों के साथ यूजर्स के लिए खासतौर पर अलग खबरें भी दिखती हैं.
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जुकरबर्ग ने बताया कि फेसबुक प्रकाशक नहीं बनना चाहता था. लेकिन मीडिया कंपनी होने के कारण इस क्षेत्र के लिए एक भागीदार बनने के लिए तैयार है. जुकरबर्ग ने वीडियो के साथ पोस्ट में कहा, मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम लोगों को भरोसेमंद समाचार प्राप्त करने और दुनिया भर के पत्रकारों की मदद करने वाले समाधान खोजने में मदद करें. जुकरबर्ग ने कहा कि किसी भी न्यूज टैब को विवरण प्रस्तुत किए बिना क्यूरेशन या चयन की आवश्यकता होगी और वह समाचार संगठनों की सलाह से इसे बनाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि इस नए उत्पाद के विवरण का अध्ययन अभी भी किया जा रहा है, लेकिन उन्हें संभावना है कि यह डिजिटल सामग्री और फर्जी खबरों से जूझ रहे समाचार संगठनों की मदद कर सकता है.