इस्लामाबाद: पनामा पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने औपचारिक तौर पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अब नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनेंगे. वह पाकिस्तान के सबसे घनी आबादी वाले प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री हैं.
प्रधानमंत्री बनने के लिए शहबाज को सीएम पद से इस्तीफा देना होगा और उन्हें नैशनल असेंबली के लिए चुना जाना होगा. शहबाज को अपने बड़े भाई नवाज की तुलना में ज्यादा तेज-तर्रार माना जाता है. हालांकि शहबाज के पास नवाज जैसी चमत्कारिक अपील नहीं है.
जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अगुआई वाली पांच जजों की बेंच ने शरीफ और उनके बच्चों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है. शरीफ के साथ ही कोर्ट ने पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद इशक डार को भी पद के लिए अयोग्य ठहराया है. कोर्ट ने नेशनल अकाउंटेबिलिटी कोर्ट को 6 हफ्तों के अंदर केस को रजिस्टर करने और 6 महीने के अंदर ट्रायल पूरा करने का आदेश दिया.
नवाज शरीफ के साथ-साथ उनकी बेटी और दामाद भी पनामागेट मामले में दोषी करार हुए हैं. गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने कहा था कि फैसला आने के बाद वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. जस्टिस आसिफ सईद खोसा वही जज हैं जिन्होंने पांच साल पहले तत्तकालीक प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को अयोग्य करार दिया था. इस फैसले के बाद उन्हें पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा.
क्या है पनामागेट मामला ?
1990 के दशक में नवाज शरीफ पर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए लंदन में संपत्ति खरीदने का आरोप साबित हो चुका है. नवाज शरीफ और उनके परिवार ने गैर-कानूनी तरीके से विदेशों में पैसे भेजे, साथ ही ब्रिटेन में फर्जी कंपनियां बनाकर विदेश में करोड़ों डॉलर की प्रॉपर्टी बनाई. नवाज़ शरीफ़ की काली संपत्ति के मामले का ख़ुलासा पनामा पेपर्स के जरिए हुआ.
सुप्रीम कोर्ट ने नवाज मामले की जांच के लिए जेआईटी का गठन किया गया था. जेआईटी ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंपी. रिपोर्ट में कहा गया कि शरीफ और उनके बच्चों का रहन सहन उनकी वैध आय के मुताबिक नहीं है.
अमेरिका के खोजी पत्रकारों के महासंघ ने पनामा पेपर्स लीक का खुलासा किया, जिसमें नवाज शरीफ का भी नाम आया था. पनामा पेपर्स लीक में दुनिया भर के 140 राजनेताओं-अरबपतियों की काली संपत्ति का खुलासा, 500 भारतीयों समेत अमिताभ बच्चन और उनकी बहू ऐश्वर्या राय का भी पनामा पेपर में नाम आया.