बिहार में जो हुआ वो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं, जनता आगे आए: मायावती

बिहार में बुधवार शाम से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बिहार में जो कुछ हुआ वो शुभ संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि आम जनता का आगे आकर लोकतंत्र को कमजोर होने से बचाना होगा.

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बिहार में जो हुआ वो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं, जनता आगे आए: मायावती

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  • July 27, 2017 12:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
लखनऊ: बिहार में बुधवार शाम से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बिहार में जो कुछ हुआ वो शुभ संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि आम जनता का आगे आकर लोकतंत्र को कमजोर होने से बचाना होगा. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से देश का लोकतंत्र मजबूत होने के बजाय और कमजोर होगा. 
 
मायावती ने आगे कहा कि अब देश की जनता को ही आगे आकर इस देश के लोकतंत्र को कमजोर होने से बचाना होगा. अगर जनता ने कोई कदम नहीं उठाया तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान देश की जनता को ही होगा न कि राजनैतिक पार्टियों या फिर उनके नेताओं को. मायावती ने आगे कहा कि बिहार और अन्य राज्यों में जो भी राजनैतिक घटनाक्रम हर रोज हो रहे हैं, यह देश के लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं हैं.
 
 
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी से हाथ मिलाकर सही नहीं किया है. बिहार की जनता ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के खिलाफ महागठबंधन को वोट दिया है. इस बहुमत का सभी नेताओं के पांच साल तक महागठबंधन के नेताओं को सम्मान करना चाहिए. 
 
 
मायावती ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि सत्ता में आने के लिए मोदी सरकार सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग कर रही है. गोवा, मणिपुर के बाद बुधवार को बिहार में जो भी राजनैतिक घटनाक्रम हुआ, इस बात का साफ संकेत है कि मोदी सरकार में लोकतंत्र का भविष्य ज्यादा सुरक्षित नहीं है.
 
 
बता दें कि महागठबंधन से नाता तोड़कर कल शाम करीब पौने सात बजे नीतीश ने इस्तीफा दिया था और रात में बीजेपी से गठबंधन कर नीतीश ने आज सुबह 10 बजे फिर सीएम की शपथ ले ली. नीतीश कुमार ने छठी बार गुरुवार सुबह 10 बजे बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नीतीश के साथ-साथ, बीजेपी से सुशील कुमार मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. 

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