पटना : बिहार में महागठबंधन टूटने से पूरे राजनीतिक गलियारों में घमासान मचा हुआ है. आरजेडी नीतीश कुमार के फैसले से खाफी भड़की हुई है. आरजेडी नेता मनोज झा ने बिहार सीएम के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि नीतीश हे राम कहते हुए जय श्री राम की गोद में जा बैठे हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जो जनादेश दिया था नीतीश कुमार ने उसका अपमान किया है. जनता ने संघी मनुवाद के खिलाफ वोट दिया था. मनोज झा ने नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा है, ‘अगर उनमें हिम्मत है तो सीक्रेट बैलेट कर लें. जेडीयू के पास 48 विधायक हैं, ये 50 तक जा सकते हैं. हमने गवर्नर से कहा था, सरकार बनाने के लिए हमें पहले न्योता मिलना चाहिए था.’
इसके साथ ही आरजेडी ने नीतीश के विरोध में कल विधानसभा को नहीं चलने देने की बात भी कही है. वहीं आरजेडी नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि 27 अगस्त को विपक्ष का महाकुंभ गांधी मैदान में लगने वाला था, उससे BJP को परेशानी होने वाली थी. साम्प्रदायिक शक्तियों द्वारा भारत खंडित होने वाला है.
उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता का भारत को बचाने का जो कार्यकम चल रहा है उसके तहत गांधी मैदान में विपक्ष एक जुट हो रहा था. विपक्षी एकता को BJP पसंद नहीं करती. 2019 के चुनाव जो प्रदर्शित होने वाला है उसे कैसे रोका जाए.
जगदानंद सिंह ने कहा कि कल की घटना अपने आप में अकेली घटना नहीं है. परिणाम तक जाने से पहले विषय को बनाना होता है. पीएम मोदी ने एक औजार के रूप में नीतीश का प्रयोग किया है.
उन्होंने कहा कि हरियाणा के भजनलाल ही ऐसे उदाहरण हैं जिसका प्रतिरूप नीतीश कुमार हैं. भजनलाल के इतिहास को दोहराया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता के साथ विश्वासघात हुआ है. नीतीश कुमार बिहार के भजनलाल हैं. 1991 कोई साधारण घटना नहीं जब मतदाता वोट डालने के लिए खड़ा हो और उम्मीदवार को गोली मारी गई हो.