नई दिल्ली. 1993 मुंबई ब्लास्ट में आरोपी याकूब मेमन को अब कल सुबह 7 बजे नागपुर जेल में फांसी दी जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने याकूब की क्यूरेटिव पिटीशन पर दोबारा सुनवाई करने से इनकार कर दिया वहीं, राष्ट्रपति ने भी याकूब की दया याचिका को खारिज कर दिया. लेकिन फांसी का यह मामला कोई अकेला […]
नई दिल्ली. 1993 मुंबई ब्लास्ट में आरोपी याकूब मेमन को अब कल सुबह 7 बजे नागपुर जेल में फांसी दी जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने याकूब की क्यूरेटिव पिटीशन पर दोबारा सुनवाई करने से इनकार कर दिया वहीं, राष्ट्रपति ने भी याकूब की दया याचिका को खारिज कर दिया. लेकिन फांसी का यह मामला कोई अकेला नहीं है.
बीबीसी ने नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों का हवाला देते हुए लिखा है कि साल 2004 से 2013 के बीच भारत में 1,303 लोगों को फांसी की सज़ा सुनाई गई है लेकिन इस दौरान तीन लोगों की ही फांसी ही दी गई.
14 अगस्त 2004 को धनंजय चटर्जी, 21 नवंबर 2012 को अजमल कसाब और 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरु को फांसी दी गई थी. वहीं 3751 लोगों की सजा को उम्र कैद में बदल दिया गया था
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.