अमरावती: आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में बना नया नवेला सचिवालय इन दिनों सुर्खियों में है. खबरों में आने की वजह इस बिल्डिंग की छत है जिससे रिसकर इतना पानी अंदर आ रहा है कि उसमें सरकारी फाइलें तर-बतर हो रही हैं. वैसे आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस नए सचिवालय को रिकॉर्ड 192 दिनों में तैयार किया गया था. इस पर 512 करोड़ रुपए का भारी-भरकम खर्च आया था.
इसके बावजूद इसकी छत जगह-जगह से रिस रही है. दीवारों मे सीलन आ गई है और कर्मचारी अंदर इकट्ठा होते पानी को सुखाने में जुटे हैं. इस इमारत को म्यूनिसिपल विभाग के मंत्री पी नारायण की देखरेख में बनाया गया था. मंत्रीजी इसे मामूली सी बात बता रहे हैं. उनकी दलील है कि नया घर बनाने के बाद भी ऐसी समस्याएं आती हैं.
दरअसल तेलंगाना के अलग होने के बाद आंध्र प्रदेश के लिए अमरावती को नई राजधानी के तौर पर विकसित किया जा रहा है. अमरावती हैदराबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर है, और यहीं आंध्र प्रदेश का नया सचिवालय बनाया गया है.
पिछले महीने बारिश का पानी विपक्ष के नेता वाई एस जगनमोहन रेड्डी के चेंबर में घुस गया था. उनका चेंबर इसी कैंपस में बने विधानसभा भवन में है. इसे लेकर सरकार ने सीआईडी को जांच के आदेश दिए थे. लेकिन इन सबके बावजूद सचिवालय बिल्डिंग में कोई सुधार नहीं हुआ.