साध्वी प्राची काफी मशक्कतों के बाद आख़िरकार 27 जुलाई को नगरिया गांव की महापंचायत में पहुंचने में सफल रहीं. साध्वी के महापंचायत बुलाने से पुलिस को माहौल बिगड़ने का अंदेशा था इसके चलते पुलिस ने साध्वी को रोकने के लिए जिले के सभी बॉर्डर सील किये हुए थे. उधर साध्वी ने भी इसके लिए पूरी तैयारी की थी और उन्होंने बुरका पहन कर पुलिस को बेफकूफ भी बना दिया.
बरेली. साध्वी प्राची काफी मशक्कतों के बाद आख़िरकार 27 जुलाई को नगरिया गांव की महापंचायत में पहुंचने में सफल रहीं. साध्वी के महापंचायत बुलाने से पुलिस को माहौल बिगड़ने का अंदेशा था इसके चलते पुलिस ने साध्वी को रोकने के लिए जिले के सभी बॉर्डर सील किये हुए थे. उधर साध्वी ने भी इसके लिए पूरी तैयारी की थी और उन्होंने बुरका पहन कर पुलिस को बेफकूफ भी बना दिया.
आपको बता दें कि पिछले दिनों बरेली के कई स्कूलों की छात्राओं के शिकायत दर्ज कराई थी कि मनचलों एक चलते उन्हें स्कूल जाने में परेशानी होती है. साध्वी ने आरोपियों की गिरफ्तारी और छात्रओं के परिजनों पर दर्ज मारपीट के मामले को खत्म करने की मांग की थी और महापंचायत बुलाई थी. पुलिसकर्मी पहचान न लें इसलिए साध्वी प्राची ने बुर्का पहन लिया और एक समर्थक की बाइक पर सवार होकर महापंचायत तक पहुंच गयीं.
हालांकि जैसे ही पुलिस को पता चला कि साध्वी पहुँच गयीं हैं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. साध्वी को वहां से गिरफ्तार कर मीरगंज थाने ले जाया गया और फिर मुचलके में पाबंद कर साध्वी को समर्थकों समेत मुरादाबाद की सीमा पर छोड़ दिया गया.
एजेंसी इनपुट भी