गोवाहटी : असम में बाढ़ से हालात हद से बदतर होते जा रहे हैं. राज्य के 24 जिले बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ से अभी तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है. 17.2 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. गैंडों के लिए मशहूर काजीरंगा नैशनल पार्क आधा डूब चुका है. बाढ़ से राज्य के माजुली, धेमाजी, सिवसागर, गोलाघाट और नगांव जिलों पर बुरा असर पड़ा है.
असम आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी ने 25,00 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है. एक लाख से अधिक फसल नष्ट हो गई है, नदियों का तटबंध टूटने से कई संरचनात्मक ढांचे का नुकसान हुआ है.
एएसडीएमए (असम आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण) ने बताया कि बुधवार को पांच और लोगों की मौत के बाद यहां बाढ़ संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 44 पर पहुंच गई. इस बीच मुख्यमंत्री सरबानंद सोनोवाल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और बाढ़ग्रस्त लोगों को राहत देने का आश्वासन दिया.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का वादा किया. मोदी ने कहा कि उन्होंने गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू से व्यक्तिगत रूप से राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण करने और हरसंभव मदद सुगम बनाने को कहा है.