Meena Sankranti 2019 Puja: मीन संक्रांति के दिन पुण्यकाल में गंगा स्नान कर सूर्य देव की पूजा करने से पुण्य लाभ मिलता है. सूर्य देव की आराधना के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को दान करने से जीवन में सुख-शांति आती है. मीन संक्रांति के दिन सूर्य का मीन राशि में प्रवेश होता है, इसे मीनमास कहते हैं. मीनमास को मल मास के नाम से भी जाना जाता है, इस महीने विवाह समेत कोई भी शुभ कार्य नहीं होता है.
नई दिल्ली. आज यानी 15 मार्च 2019 को मीन संक्रांति है. सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं. मीन संक्रांति पर सूर्य मीन राशि में प्रवेश करता है. प्रत्येक संक्रांति की तरह मीन संक्रांति में भी दान पुण्य का बहुत महत्व है. आज के दिन आप दान कर पुण्य लाभ कमा सकते हैं. दक्षिण भारत में इस त्योहार को मीन संक्रमण के नाम से जाना जाता है. यह संक्रांति हिंदू कैलेंडर के सबसे आखिरी महीने फाल्गुन मास में आती है.
मीन संक्रांति का पुण्य काल
मीन संक्रांति के पुण्य काल सुबह 15 मार्च सुबह करीब 6 बजे शुरू होगा जो दोपहर 12 बजे तक चलेगा. इस काल में आप स्नान, दान आदि कर्म कर सकते हैं. मीन संक्रांति के दिन दानकर्म करना शुभ माना जाता है. मीन संक्रांति के दिन पुण्य काल में गंगा स्नान कर सूर्य देव की आराधना करने से सभी पापों का नाश होता है. आप अपने घर पर गंगा जल से भी स्नान कर सूर्य देव की आराधना कर सकते हैं. स्नान करने के बाद जरूरतमंदों को दान अन्न, वस्त्र आदि वस्तुएं दान करें, गाय को चारा खिलाएं, शुभ रहेगा.
मीनमास में नहीं करें कोई शुभ कार्य-
मीन संक्रांति से सूर्यवर्ष का आखिरी महीना शुरू हो गया है इसे मीनमास कहते हैं. मीन संक्रांति के दिन सूर्य मीन राशि में प्रवेश करता है. मीनमास को मल मास भी कहा जाता है. इस महीने में शादी, गृह प्रवेश या कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. मीनमास में सिर्फ प्रभु की भक्ति और आराधना की जाती है ताकि जीवन में कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़े.
गुुरु मंत्र: जानिए घर में सुख समृद्धि पाने के अचूक उपाय
गुरु मंत्र: जानिए बाप – बेटे की लड़ाई दूर करने के अचूक ज्योतिषीय उपाय