EU on Masood Azhar: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने पर चीन द्वारा अडंगा लगाने के बाद मोदी सरकार के लिए एक राहत की खबर आई है. यूरोपीय संघ (ईयू) ने मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने का फैसला किया है.
नई दिल्ली. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् (यूएनएससी) में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने पर चीन ने अड़ंगा भले ही लगा दिया हो, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ कोशिशें रंग लाती नजर आ रही हैं. यूरोपीय संघ (ईयू) ने कहा है कि वह पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को आतंकी घोषित करेगा. दरअसल यूरोपीय संघ यूरोप के 28 देशों का राजनीतिक और आर्थिक मंच है, जहां ये देश अपना प्रशासन से जुड़ा काम करते हैं. ईयू के नियम सभी देशों पर लागू होते हैं.
ऐसा चौथी बार हुआ है, जब चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर पाकिस्तान का साथ देते हुए मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित होने से बचा लिया. अगर मसूद अजहर आतंकवादी घोषित हो जाता तो उसकी विदेशों में संपत्ति जब्त हो जाती और यात्रा पर भी पाबंदी लगा दी जाती. यूएनएससी के अन्य 4 देश भारत के पक्ष में थे, लेकिन चीन ने फिर भारत का साथ नहीं दिया.
China wouldn't be in UNSC had your great grandfather not 'gifted' it to them at India’s cost.
India is undoing all mistakes of your family. Be assured that India will win the fight against terror.
Leave it to PM Modi while you keep cosying up with the Chinese envoys secretly. https://t.co/lAyp12CXBD
— BJP (@BJP4India) March 14, 2019
यूएनएससी में चीन की मनमानी के बाद कांग्रेस चीफ राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति पर तंज कसा. राहुल ने कहा, कमजोर नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से डरते हैं. भारत के खिलाफ चीन की कार्रवाई के बावजूद उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकला. इसके बाद बीजेपी ने भी कांग्रेस चीफ पर पलटवार किया. ट्वीट में बीजेपी ने लिखा, चीन यूएनएससी में नहीं होता, अगर तुम्हारे परदादा ने यूएनएससी की सीट चीन को तोहफे में न दी होती. भरोसा रखें कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जरूर जीतेगा. यह पीएम मोदी पर छोड़ दें. आप चोरी-छिपे चीनी अधिकारियों से हाथ मिलाते हैं.