पटना: बिहार में राजनीतिक हालात इतने खराब हो गए हैं कि कभी भी सियासी तूफान आ सकता है. राजद प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार कथित भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरता जा रहा है वहीं दूसरी तरह राजद की सहयोगी पार्टी के मुखिया ने अबतक इस मामले पर चुप्पी साध रखी है.
इन हालातों के बीच सोमवार को राजद ने विधायक दलों की बैठक बुलाई जिसमें सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से तेजस्वी यादव को अपना नेता माना और उन्हें समर्थन का भरोसा दिया. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इस पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर बनाए हुए है. जैसा कि कहा जाता है कि सही समय पर सही चाल ही जीत का मंत्र है, ठीक उसी तर्ज पर बीजेपी ने नीतीश कुमार को बाहर से समर्थन देने की पेशकश कर दी है.
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़ते हैं तो भी उनकी सरकार चलती रहेगी क्योंकि बीजेपी उन्हें बाहर से समर्थन देगी. ऐसे में नीतीश कुमार को सामने एक और राजनीतिक विकल्प खुल गया है. अब सबकी नजरें नीतीश कुमार पर टिकी हुई हैं.