नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) ने अपनी महत्वाकांक्षी प्रो लीग से भारत के हटने की पुष्टि की है. एफआईएच बयान जारी कर कहा कि उसे हॉकी इंडिया से पुष्टि मिली है कि देश जनवरी 2019 में शुरू होने वाले टूर्नामेंट से हट गया है. एफआईएच ने अपने बयान में कहा कि हमें इस नई रोमांचक वैश्विक लीग से नहीं जुड़ने के हॉकी इंडिया के फैसले का खेद है.
इधर हॉकी इंडिया ने भी जनवरी 2019 में होने वाली प्रो हॉकी लीग से हटने के फैसले को सही ठहराया है. हॉकी इंडिया ने आज कहा कि इस प्रतियोगिता से ओलंपिक के लिए सीधे क्वालिफाई का मौका नहीं मिलता है और महिला टीम के लिए यह किसी भी तरह से फायदेमंद नहीं होता.
हॉकी इंडिया ने कहा कि प्रो लीग के बजाय दोनों पुरूष और महिला टीमों के पास हॉकी विश्व लीग के पहले और दूसरे दौर के जरिए ओलंपिक क्वालीफायर में पहुंचने का बेहतर मौका है, जो 2019 में प्रो लीग के रहते हुए भी जारी रहेगा. हॉकी इंडिया के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि यह प्रो लीग 2019 में शुरू होगी, इससे पुरूष और महिला दोनों वर्गों में केवल चार शीर्ष टीमों को ही ओलंपिक क्लालीफायर में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा.
इसलिए प्रो हॉकी लीग से हटने का फैसला सही है. अधिकारियों का मानना है कि जब टीम के पास विश्व लीग के पहले और दूसरे दौर में बेहतर मौका होगा तो दूसरी चीज की तरफ क्यों जाएं.