पटना में 27 अगस्त को RJD की 'बीजेपी हटाओ, देश बचाओ रैली' से पहले आयकर और सीबीआई के छापों से सवाल पैदा हो गया है कि लालू यादव, राबड़ी देवी या तेजस्वी यादव खुद इस रैली में बोल पाएंगे या नहीं.
पटना : पटना में 27 अगस्त को RJD की ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ रैली’ से पहले आयकर और सीबीआई के छापों से सवाल पैदा हो गया है कि लालू यादव, राबड़ी देवी या तेजस्वी यादव खुद इस रैली में बोल पाएंगे या नहीं.
सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 8 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के नए मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. जिसके बाद सभी आरोपियों को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है. इस वजह से लालू की रैली पर भी सवाल खड़ा हो गया है.
सभी आरोपियों की गिरफ्तारी केवल तभी रुक सकती है जब वे सभी इसे रोकने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएं या फिर कोर्ट की ओर से इस गिरफ्तारी पर रोक लगा दी जाए.
लालू के घर CBI का छापा, गिरिराज बोले- जो बोया, अब वही काट रहे हैं
बता दें कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने आज सुबह लालू प्रसाद यादव के 12 ठिकानों पर छापेमारी की है. लालू पर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के आरोप में ये छापेमारी की जा रही है. लालू के दिल्ली, पटना में चाणक्य होटल, रांची, गुड़गांव और पुरी के ठिकानों पर सीबीआई तलाशी कर रही है.
लालू पर यूपीए सरकार के दौरान रेल मंत्री रहते हुए हेराफेरी करने का गंभीर आरोप लगा है. इसी के सिलसिले में सीबीआई ने छापेमारी की है. इस मामले में लालू, राबड़ी और तेजस्वी यादव, आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पी के गोयल, यादव के विश्वासपात्र प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सुजाता और कुछ निजी कंपनियों के डायरेक्टर को मिलाकर कुल 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.
लालू यादव के 12 ठिकानों पर CBI का छापा, लगा ये गंभीर आरोप
रिपोर्ट्स के मुताबिक लालू पर ये आरोप लगा है कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने 2006 में होटल के ठेके देने में बड़ी गड़बड़ी की थी. बतौर रेलमंत्री रहते हुए उन्होंने निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया था. उनके ऊपर निजी कंपनी को होटल के टेंडर देने में धांधली का आरोप लगा है. इसके साथ ही दो निजी कंपनियों के डायरेक्टर पर भी केस दर्ज किया गया है. साथ ही 2006 में आईआरसीटीसी के एमडी पर भी केस दर्ज किया गया है.
क्या है मामला ?
लालू प्रसाद यादव पर रेल मंत्री रहते हुए निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है. सीबीआई को लगता है कि 2006 में लालू ने रेलवे होटल की चेन बीएनआर होटल ग्रुप का टेंडर नियमों की अनदेखी कर निजी कंपनियों को दिए थे. इसके बदले में उन्हें जमीन दी गई थी और उसी जमीन पर पटना में लालू ने मॉल का निर्माण किया.
होटले ठेके में घोटाले के अलावा लालू और उनका परिवार बेनामी संपत्ति के मामले में भी घिरा हुआ है. बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया था कि पटना के एक अपार्टमेंट में राबड़ी के 12 फ्लैट हैं.