नई दिल्ली : रसोई गैस की तर्ज पर अब भारतीय रेलवे भी यात्रियों को सब्सिडी छोड़ने का विकल्प देने की तैयारी में है, क्या आप इस बात से वाकीफ हैं कि रेलवे पैसेंजर किराए में करीब 43 फीसदी सब्सिडी देती है.
एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि संभव है कि अगस्त तक इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा. सब्सि़डी छोड़ने के ‘Give-It-Up’ कैंपेन को 50 फीसदी और 100 फीसदी दो तरह के स्लैब बनाए जाएंगे. रेलवे आपकी यात्रा 43 फीसदी खर्चा उठाती है जिस वजह से रेलवे को हर साल 30 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ता है.
रेल मंत्रालय ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बुकिंग के लिए फॉर्म भरते समय सब्सिडी का ऑप्शन देगी. उदाहरण के तौर पर समझें, अगर दिल्ली से हावड़ा के बीच सुपरफास्ट ट्रेन के स्लीपर क्लास का टिकट 630 रुपए का है लेकिन अगर आप पूरी सब्सिडी छोड़ते हैं तो इसके लिए आपको 1110 रुपए, एसी 3 क्लास के लिए पूरी सब्सिडी छोड़ने पर 1670 की जगह 2930 का भुगतान करना होगा.