नई दिल्ली : जिंदा रहने के लिए खाना बहुत जरूरी है और खाने के लिए पैसे. पैसे कमाने के लिए हर इंसान बहुत जद्दोजहद करता है. हर कोई खून-पसीना बहा कर अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए कड़ी मेहनत करता है.
दुनिया में जहां पेट पालने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते हैं तो वहीं कुछ लोग भीख मांग कर भी अपना गुजरा करते हैं. भिखारियों की दयनीय हालत देखकर हर किसी को दया आ जाती है और वह उन्हें खाने के लिए भोजन या पैसे दे देता है.
अधिकतर अपाहिज या दिव्यांग भिखारियों को देखकर हममें से बहुत से लोगों का दिल पसीज जाता है और हम उनकी मदद के लिए उन्हें पैसे दे देते हैं. अगर आप भी किसी ऐसे भिखारी को देखकर उसे पैसे देते हैं जिसके शरीर का कोई अंग सही से काम न कर रहा हो तो जरा ठहरिए.
आपको ये जानकर हैरानी होगी की मजबूरी दर्शाते हुए जो लोग भीख मांगते हैं उनमें से ज्यादातर भिखारियों को कुछ नहीं हुआ रहता है. वह अपने शरीर के किसी अंग को बेकार दिखाने का नाटक करते हुए आपको बेवकूफ बनाते हैं.
आज के समय में मेट्रो स्टेशन, मंदिर, रेलवे स्टेशन, सड़क, बाजार हर जगह दिव्यांग भिखारियों की संख्या काफी बढ़ गई है. आज कल भीख के नाम पर पूरे देश में एक बड़ा गिरोह सक्रिय है. छोटे-छोटे बच्चों का सहारा लेकर उन्हें अपाहिज दिखाकर भीख मांगी जा रही है.
लेकिन बहुत से भिखारियों को कुछ हुआ नहीं रहता है. वह अपना पैर आधा मोड़कर, उसे बांधकर बैठे होते हैं ताकि सामने वाले को यह लगे कि उसका पैर नहीं है और वह पिघल कर भिखारी को पैसे दे दें.