इजरायल : पीएम मोदी और नेतन्याहू ने एक स्वर में कहा – आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे

पीएम नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय इजराइल दौरे पर हैं. मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे पीएम मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. पीएम बेंजामिन ने योग को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और इजराइल साथ मिलकर बेहतर भविष्य के लिए बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं.

Advertisement
इजरायल : पीएम मोदी और नेतन्याहू ने एक स्वर में कहा – आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे

Admin

  • July 5, 2017 1:28 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
यरुशलम : पीएम नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय इजराइल दौरे पर हैं. मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे पीएम मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. पीएम बेंजामिन ने योग को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और इजराइल साथ मिलकर बेहतर भविष्य के लिए बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं.
 
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम बेंजामिन के गर्मजोशी से स्वागत और उदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया और कहा कि ऐसी मेहमान नवाजी देखकर घर की याद आ गई. पीएम मोदी ने कहा कि हमें आतंकवाद, कट्टरवाद और हिंसा का सख्ती से विरोध करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत-इजराइल संबंधों में कई तेज वृद्धि देखी गई है. 
 
 
पीएम मोदी ने कहा कि भारत तेजी से उभरती अर्थव्यस्था है और हम नई तकनीक और नवाचार से अपने राष्ट्र की प्रगति को बढ़ाने में लगे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि हम अपने संबंधों को फ्रेम करना चाहते हैं जो हमारी आर्थिक संबंधों के परिदृश्य को बदल दे.
 
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के सामने एक जैसी चुनौती है और दोनों देशों का जोर आर्थिक विकास पर है. वहीं, पीएम बेंजामिन ने कहा कि हम दोनों समान समस्या को फेस कर रहे हैं. सबसे पहले हमें आतंकवादी ताकतों को खत्म करना होगा. इसके लिए हमें साथ मिलकर काम करने की जरूरत है. 
 
 
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी होलोकास्ट के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने पीएम मोदी इजरायली प्रधानमंत्री के साथ याद वाशेम पहुंचे. यहां पीएम तीन हॉलों में पहुंचे, पहले हॉल ऑफ नेम्स गए, जहां 46 लाख होलोकास्ट पीड़ितों के नाम दर्ज हैं. 
 
पीएम मोदी आज इजराइली पीएम बेंजामिन के साथ दोनों देशों के साथ कई मुद्दों पर वार्ता कर सकते हैं. उम्मीद की जा रही है कि रक्षा के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच कुछ बेहतर समझौते देखने को मिल सकते हैं. वहीं आतंकवाद और पाकिस्तान के मामले में दोनों देश कुछ अहम फैसला ले सकते हैं.  
 

Tags

Advertisement