IAF Air Strike Proof: भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट और पीओके में की गई एयर स्ट्राइक के सूबत नरेंद्र मोदी सरकार को सौंपे हैं. इस रिपोर्ट में सेटेलाइट तस्वीरों के जरिए दावा किया गया है कि एयरफोर्स के फाइटर जेट ने 80 प्रतिशत निशाने सही लगे हैं जिसमें आंतकी मौलाना मसूद अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पूरी तरह तबाह हो गए. वहां मौजूद जैश के 100 प्रतिशत आतंकियों को मार गिराया. इससे रॉयटर्स की रिपोर्ट झूठी साबित होती नजर आ रही है.
नई दिल्ली. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर 26 फरवरी को की गई एयर स्ट्राइक के सबूत सरकार को सौंपे हैं. सूत्रों के मुताबिक वायुसेना ने सरकार को एयर स्ट्राइक पर 12 पेज की रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों की सैटेलाइट तस्वीरें भी हैं. रिपोर्ट के अनुसार इस रिपोर्ट में वायुसेना ने माना है कि 26 फरवरी को हुई एयर स्ट्राइक में भारतीय फाइटर जेट के निशाने 80 फीसदी सही लगे. मतलब यह कि जिन बमों को दागा गया वे सीधे लॉन्च पैड्स पर गए और उन्हें तबाह कर दिया. सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट में बताया गया है कि एयर स्ट्राइक में जिन बमों का उपयोग किया गया था उन्होंने जैश के आतंकी ठिकानों की छतों को भेदते हुए सभी आतंकियों को ढेर कर दिया.
इससे पहले समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने भी सैटेलाइट तस्वीरें जारी कर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी. जिसमें दावा किया गया था कि एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के मदरसे की इमारतों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. रॉयटर की रिपोर्ट में बताया गया सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रही जैश के मदरसे की 6 इमारतें की जस की तस हैं. उनपर एयर स्ट्राइक के दौरान हुए हमले के कोई निशान नहीं है. साथ ही उनके आस-पास मौजूद पेड़ों पर भी हमले का कोई निशान नहीं पाया गया है.
रॉयटर्स ने इस रिपोर्ट के जरिए बताया कि बालाकोट में एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय जेट के निशाने चूक गए. साथ ही इसमें भारत सरकार और वायुसेना के दावों पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा किया गया. अब वायुसेना ने जो सरकार को रिपोर्ट सौंपी है उसमें बताया गया है कि एयर स्ट्राइक के दौरान बालाकोट में अधिकतर निशाने अपनी जगह पर लगे थे. जिससे रॉयटर्स की रिपोर्ट झूठी साबित होती हुई दिखाई दे रही है. हालांकि वायुसेना की इस रिपोर्ट को फिलहाला सार्वजनिक नहीं किया गया है.