IOC May Ban on India: अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ भारत पर खेलों की मेजबानी करने से सस्पेंड कर सकता है. इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी दुनिया भर के खेल महासंघों से बात कर रही है. आईओसी भारत पर ये प्रतिबंध इसलिए लगा सकता है क्योंकि हाल ही हमें भारत सरकार ने पाकिस्तान के शूटर्स को आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में एंट्री वीजा नहीं दिया.
नई दिल्ली. भारत को आने वाले समय में कई खेलों की मेजबानी से वंचित हो सकता है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी इस बारे में विचार कर रही है. आईओसी भारत के खिलाफ ये फैसला इसलिए ले सकती है क्योंकि भारत ने हाल ही में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के दो शूटर्स और उनके कोच को एंट्री वीजा नहीं दिया. अगर अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी ने ये फैसला लिया तो भारत को कई खेलों की मेजबानी करने से सस्पेंड किया जा सकता है.
हाल ही में भारत में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन 2019 विश्व कप खेला गया. इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के शूटर्स को शामिल होना था. लेकिन भारत द्वारा एंट्री वीजा न दिए जाने के चले वह आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में शामिल नहीं हो पाए.
United World Wrestling (UWW) had written to all national wrestling federations to suspend their relations with Wrestling Federation of India (WFI) after International Olympic Committee in a letter to UWW stated that India would refuse to some countries visa for athletes. https://t.co/FWYg4ImC19
— ANI (@ANI) March 6, 2019
भारत सरकार के इस रुख से अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी ने नाराजगी जाहिर की है. आईओसी भारत को खेलों के आयोजन से वंचित करने के लिए कई खेल संघों से बात कर रही है.
आईओसी ने कई खेल संघों से भारत से दूरी बनाने की बात कही है. वहीं इस मुद्दे पर यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने सभी राष्ट्रीय संघों से भारत के साथ संबंध खत्म करने की बात कही.
यूडब्ल्यू़डब्ल्यू ने अपने लेटर में लिखा कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू सभी संबद्ध राष्ट्रीय कुश्ती संघों से अनुशंसा करता है कि वे भारतीय कुश्ती संघ से अपने संबंध खत्म कर दें.
अगर आईओसी भारत के खिलाफ ये कदम उठाता है तो साल 2019 में एशियन जूनियर कुश्ती का आयोजन खतरे में पड़ सकता है. एशियन जूनियर कुश्ती का आयोजन इस साल दिल्ली में होना है.
इस मामले को आगे बढ़ता देख रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है.