मोदी-ट्रंप मुलाकात से बौखलाया चीन, कहा- सीमा से फौज को वापस बुलाए भारत, तभी होगी वार्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की मुलाकात बौखलाए चीन ने Line Of Actual Control (LAC) पर विश्वासघात किया है. भारतीय सीमा के पास चीन ने 35 टन के वजन वाले एक टैंक का परीक्षण किया है.

Advertisement
मोदी-ट्रंप मुलाकात से बौखलाया चीन, कहा- सीमा से फौज को वापस बुलाए भारत, तभी होगी वार्ता

Admin

  • June 29, 2017 1:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
बीजिंग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की मुलाकात बौखलाए चीन ने Line Of Actual Control (LAC) पर विश्वासघात किया है. भारतीय सीमा के पास चीन ने 35 टन के वजन वाले एक टैंक का परीक्षण किया है. चीनी सेना ने टैंक के इस परीक्षण की गुरुवार को इसकी जानकारी दी है.
 
 
सीमा पर किया टैंक का परिक्षण
इस युद्ध टैंक का परीक्षण तिब्बत सीमा के पास किया गया. परीक्षण के बाद इस टैंक को सेना में शामिल किया जाएगा. झल्लाए चीन ने अब कैलाश मानसरोवर के शिवभक्तों का रास्ता रोक दिया है. नाथूला दर्रा से होकर जाने वाले शिवभक्तों को कैलाश मानसरोवर जाने के लिए चीन ने अजीबोगरीब शर्त रख दी है. 
 
 
चीन ने रखी शर्त
चीन ने शर्त रखी है कि सिक्किम में हिन्दुस्तान अपने तैनात किए सैनिकों को पीछे हटा ले, तब वो नाथूला दर्रा से होकर शिवभक्तों को कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने देगा. दरअसल कैलाश मानसरोवर जाने के लिए दो रास्ते हैं. पहला और पुराना रास्ता उत्तराखंड. ऋषिकेश-अल्मोड़ा-धारचूला-लिपुलेख का है जो लंबा है. 
 
श्रद्धालुओं की मुश्किल को आसान करने के लिए चीन की मदद से सिक्किम के नाथुला दर्रे के जरिए नए रास्ते बनाए गए लेकिन जैसे ही मोदी-ट्रंप की मुलाकात हुई, चीन के तेवर बदल गए. चीन कहता है कि सिक्किम से भारत-चीन बॉर्डर से अपनी सेना हटाओ तभी कैलाश मानसरोवर के यात्रियों को इस रास्ते से जाने देंगे.
 
 
चीन के चिढ़ने की दो वजहें
दरअसल चीन के चिढ़ने की दो वजहें हैं. पहली वजह है भारत का तेजी से बढ़ता वैश्विक प्रभाव और अमेरिका के नजदीक भारत का तेजी से जाना. दूसरी वजह है अपनी सुरक्षा के लिए चीन बॉर्डर पर भारत की सेल्फ डिफेंस की तैयारी. इसके तहत अरुणाचल से सिक्किम तक भारत ने न सिर्फ अपनी कुशल फौज तैनात की है बल्कि ब्रह्मोस मिसाइल, सुखोईMK जैसे फाइटर भी तैनात किए हैं.
 
इसके अलावा मोदी सरकार में उत्तर-पूर्व में इंस्फ्रास्ट्रक्चर पर भी तेजी से काम हो रहा है. सड़कें कंक्रीट की बनाई जा रही हैं. कच्ची सड़कों को मोटरवे के लिए तैयार किया जा रहा है. गांवों में 24 घंटे बिजली पहुंचाई जा रही है. इससे चीन बौखलाया हुआ है और वो बॉर्डर पर रोज टंटे खड़ा कर रहा है.
 
 
भारत-चीन के बीच क्या विवाद है ?
भारत और चीन के बीच विवादित इलाका 4000 किलोमीटर का है. जबकि चीन का कहना है कि सीमा विवाद वाला इलाका महज 2000 किलोमीटर का है क्योंकि बचे 2000 किमी को वो अपना ही इलाका मानकर बैठा है. वैसे इस पूरे विवाद के पीछे पाकिस्तान भी है. क्योंकि उसने अपने कब्जे वाले कश्मीर में से अक्साई चीन का हिस्सा चीन को सुपुर्द कर दिया है. जबकि सैद्धान्तिक तौर पर ये भारत का हिस्सा है. चीन के साथ भारत का विवाद 64 साल पुराना है. इसकी बड़ी वजह इंटरनेशनल बॉर्डर का क्लीयर नहीं होना है. इसेक अलावा चीन की दोमुंही नीति है. वो मुद्दे को सुलझाना ही नहीं चाहता.

Tags

Advertisement