हिंदुस्तान के दो शहरों में इन दो मुद्दों पर जमकर महाभारत मचा हुआ है. अब आप सोचेंगे कि ये दो मु्द्दा क्या है ? तो आज आपको बता दें कि पहला मु्द्दा है बिजनेसमैन का मर्डर और दूसरा है गोहत्या. इस दोनों घटना की शुरूआत से आपको बताते हैं.
नई दिल्ली: हिंदुस्तान के दो शहरों में इन दो मुद्दों पर जमकर महाभारत मचा हुआ है. अब आप सोचेंगे कि ये दो मु्द्दा क्या है ? तो आज आपको बता दें कि पहला मु्द्दा है बिजनेसमैन का मर्डर और दूसरा है गोहत्या. इस दोनों घटना की शुरूआत से आपको बताते हैं.
ये कहानी तब शुरु होती है जब 27 जून की रात कुछ बदमाशों ने फर्नीचर कारोबारी राशिद अहमद को गोली मार दी. राशिद अहमद अपने दो मंजिला घर की छत पर सो रहे थे. देर रात तीन बदमाश पीछे के रास्ते छत पर चढ़े और गोली मारकर राशिद की हत्या कर दी.
आसपास के लोगों ने जब बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वो फायरिंग करते हुए फरार हो गए. सुबह गांववालों ने बिजनेसमैन के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया और सीवान-हुसैनगंज रोड को जाम कर दिया. बात यही तक नहीं रुकी वहां के गुस्साए लोगों ने मुफस्सिल थाना के इंस्पेक्टर की गाड़ी और हुसैनगंज थाने की जीप को जला दिया.
हालात बिगड़ता देख 6 थाने की पुलिस को हुसैनगंज बुलाया गया और सीवान के एसपी मौके पर पहुंचे और समझा-बुझा कर लोगों को शांत कराया.बता दें कि मृतक राशिद अहमद, हुसैनगंज के बड़े कारोबारियों में से एक थे. वो सरकार नाम रे फर्नीचर की दुकान और टीवीएस बाइक के एजेंसी का मालिक थे. वो रघुनाथ पुर के विधायक हरिशंकर यादव के भी करीबी थे.