नई दिल्ली: चीनी मोबाइल कंपनी VIVO ने फिर से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल कर ली है. इस बार वीवो को पांच सालों के लिए आईपीएल की स्पॉन्सरशिप मिली है.
अब साल 2018 से लेकर साल 2022 तक आईपीएल को वीवो ही स्पॉन्सर करेगा. इसके लिए वीवो ने सबसे ज्यादा 2199 करोड़ रुपये की बोली लगाई. इसके अलावा 1430 करोड़ की बोली के साथ चीनी मोबाइल कंपनी OPPO दूसरे स्थान पर रही. ओप्पो के पास टीम इंडिया की स्पॉन्सरशिप भी है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 1 अगस्त 2017 से शुरू होकर 31 जुलाई 2022 तक के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं. इससे पहले वीवो ने 2016 और 2017 के लिए पेप्सी से आईपीएल के लिए स्पोंसरशिप राइट्स खरीदे थे. पेप्सी ने पांच सालों के लिए 396 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी लेकिन तीन साल बाद ही पेप्सी ने खुद को आईपीएल से अलग कर लिया.
वहीं अब वीवो पेप्सी से लगभग 5 गुना ज्यादा चुका रहा है. पेप्सी से पहले DLF आईपीएल का पहला स्पॉन्सर था.