नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये चुनाव जाति की नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है. दलित नेता जगजीवन राम की बेटी मीरा कुमार ने पत्रकारों के उस सवाल के जवाब में कहा जिसमें कहा गया था कि ये चुनाव दलित बनाम दलित के तौर पर देखा जा रहा है.
17 विपक्षी पार्टियों के समर्थन से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनीं मीरा कुमार ने कहा कि अगर हम राष्ट्रपति चुनाव को एक विशेष जाति के दो लोगों के बीच की लड़ाई मानकर चल रहे हैं तो ऐसे में हम राष्ट्रपति कार्यालय की महत्ता को कम करके आंक रहे हैं.
पत्रकारों ने जब उन्हें वोटों का समीकरण बताते हुए पूछा कि क्या वो हारी हुईं उम्मीदवार हैं? इसपर मीरा कुमार ने कहा कि बिना चुनाव हुए आप कैसे कह सकते हैं कि मैं हारी हुई उम्मीदवार हूं. उन्होंने कहा कि मैं साबरमती आश्रम से प्रचार अभियान की शुरूआत करने जा रही हूं और मुझे उम्मीद है कि एनडीए के घटक दल भी मुझे वोट देंगे.