नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुछ ही देर में यहां के मशहूर होटल रिज कार्लटन के बॉल रूम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करने वाले हैं. इसे लेकर इंडो अमेरिकन समुदाय के लोगों में जबर्दस्त उत्सुकता बनी हुई है. सब यही जानना चाहते हैं कि इस बार प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ किन-किन बड़े मुद्दों पर बात करने वाले हैं और उससे भारत को क्या फायदा होगा.
प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका दौरे पर वॉशिंगटन डीसी पहुंचे तो उन्हें एक नजर देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मोदी मोदी के नारे लगाती इस भीड़ में कोई कैलिफोर्निया से आया है तो कोई न्यू जर्सी से. सबकी एक ही हसरत एक ही तमन्न पीएम मोदी की शख्सियत को ज्यादा से ज्यादा करीब से महसूस करना.
बता दें कि अब से कुछ ही देर बाद भारतीय समय के मुताबिक रात करीब साढ़े ग्यारह बजे प्रधानमंत्री मोदी होटल रिज कार्लटन के बॉलरूम में इंडो अमेरिकन लोगों को संबोधित करने वाले हैं. लेकिन इंडियन कम्यूनिटी को इंतजार है पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात का.
सोमवार को होने जा रही मोदी और ट्रंप की मुलाकात से दोनों देशों को काफी उम्मीदें हैं. दरअसल दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया से सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ये पहली मुलाकात है. हालांकि बतौर प्रधानमंत्री मोदी का ये पांचवां अमेरिका दौरा है पर डोनाल्ड ट्रंप से वो पहली बार मिलेंगे. इससे पहले दोनों नेता तीन बार फोन पर बात कर चुके हैं.
दुनिया के दो बड़े नेताओं की इस पहली मुलाकात पर दोनों देशों के करोड़ों लोगों की नजरें टिकी हैं. इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति रहे ओबामा और मोदी की घनिष्ठता जगजाहिर रही है. ओबामा और मोदी जब मिले पूरी गर्मजोशी से पर ट्रंप का मिजाज ओबामा से काफी अलग माना जाता है.
भारत को लेकर उनका नजरिया भी अभी तक पूरी तरह साफ नहीं है. ऐसे में मोदी के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी ट्रंप से बेतकल्लुफ रिश्ता बनाने की. दोनों नेताओं के काम करने के अंदाज को देखते हुए इसके सफल होने की संभावना भी ज्यादा है.
बेशक ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्ते में थोड़ी सुस्ती आई है पर उसी को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप से मिलने अमेरिका पहुंचे हैं. खुद अमेरिका भी भारत के साथ गर्मजोशी का रिश्ता चाहता है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा है कि नरेन्द्र मोदी का ये दौरा भारत और अमेरिका के रिश्तों को और ज्यादा मजबूत करेगा.
खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी नरेन्द्र मोदी अपना सच्चा दोस्त बताया है. ट्रंप ने मोदी के स्वागत में ट्वीट कर कहा है- सोमवार को महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक सच्चे दोस्त से चर्चा होगी. यानी मोदी की तरह ट्रंप भी इस मुलाकात के लिए बेकरार हैं. जानकारों की मानें तो मोदी और ट्रंप की पॉलिसी काफी हद तक एक जैसी है..बेबाक और मिलनसार जिसका फायदा दोनों देशों को मिल सकता है. खासकर भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों को पूरा भरोसा है कि ये मुलाकात जरूर रंग लाएगी.
बहरहाल ट्रंप और मोदी की मुलाकात तो सोमवार को होनी है पर उससे पहले बड़ी हस्तियों के साथ प्रधानमंत्री के मुलाकातों का सिलसिला जारी है. फिलहाल वॉशिंगटन में मोदी कई बड़ी अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ मीटिंग में व्यस्त हैं. इनमें एप्पल, एमाजॉन, वॉलमार्ट और जॉनसन एंड जॉनसन जैसी कंपनियों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं.
सीईओज के साथ राउंड टेबल मीटिंग के बाद पीएम मोदी गूगल के सीईओ से भी मिलेंगे और उसके बाद इंडो अमेरिकन लोगों से मुलाकात का कार्यक्रम है. कार्यक्रम का आयोजन अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना की मेजबानी में ही रही है जिसमें करीब एक हजार से भी ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
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