पटना: बिहार के बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का एक बयान लालू-नीतीश के बीच मतभेदों को और बढ़ा सकता है. सुशील मोदी का दावा है कि लालू के खिलाफ सारे सबूत उन्हें नीतीश सरकार के लोग ही दे रहे हैं. ये सवाल आरजेडी और खुद लालू परिवार को भी परेशान कर रहा है.
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में सुशील मोदी ने इस रहस्य से भी पर्दा उठा दिया है. ये सच है कि लालू यादव के परिवार की संपत्ति से जुड़े कई अहम दस्तावेज मुझे सरकार में शामिल लोगों से मिले हैं. सवाल- सरकार में शामिल लोगों से मतलब ? सुशील मोदी- सरकार में शामिल लोगों से मतलब है नेता और नौकरशाह दोनों. सवाल- आप कब तक लालू यादव के खिलाफ खुलासे जारी रखेंगे? सुशील मोदी- जब तक सरकार में शामिल लोग मुझे दस्तावेज उपलब्ध कराते रहेंगे.
एक तरफ सुशील मोदी आरोप पर आरोप लगाते जा रहे हैं तो दूसरी तरफ आरजेडी के नेता सभी आरोपों को खारिज करती रही है. इस बात में कोई शक नहीं है कि लालू परिवार की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों तक पहुंचना आम लोगों के बस की बात नहीं है. लेकिन डिप्टी सीएम रह चुके सुशील मोदी की पैठ बिहार के कई मंत्रियों और अफसरों के बीच आज भी बनी हुई है. यही वजह है कि वो एक के बाद एक ऐसे कई अहम दस्तावेज लगातार मीडिया के सामने ला रहे हैं.
ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि सरकारी अधिकारी या मंत्री ही उन्हें ये सारे सुराग और सबूत मुहैया करा रहे हैं. अब ये मंत्री या फिर सरकारी अफसर कौन है, जो लालू की जड़ें खोद रहा है, ये बड़ा सवाल है जो लालू को भी परेशान कर रहा होगा.
बता दें कि पिछले 16 मई को लालू प्रसाद यादव के 22 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा था. ये सभी छापेमारी दिल्ली के आसपास इलाकों में की गई थी. बताया जा रहा है कि लालू पर 1000 करोड़ की ‘बेनामी संपत्ति’ अर्जित करने के साथ-साथ कर चोरी करने का भी आरोप लगा है. करीब 100 आयकर विभाग अधिकारियों की टीम इस कार्रवाई को अंजाम दे रही थीं.