SP BSP Alliance Troubles BJP: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन किया है. सपा 37 तो बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इससे बीजेपी के लिए टेंशन पैदा हो गई है. सूत्रों के मुताबिक भाजपा मौजूदा 69 सांसदों में से 30 के टिकट काट सकती है.
लखनऊ. लोकसभा 2019 चुनाव में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी यूपी में किस-किस सीट पर लड़ेगी, गुरुवार को इसका खुलासा हो गया. इसके बाद बीजेपी के लिए टेंशन बढ़ गई है. पार्टी अब उन नेताओं से बातचीत में जुट गई है, जो सपा-बसपा में नाखुश हैं. सपा 37 तो बसपा 38 सीट पर चुनाव लड़ेगी.
अखिलेश-मायावती के गठबंधन को खारिज किए जाने के समाजवादी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के गुरुवार को दिए बयान का हवाला देते हुए भाजपा ने कहा, सपा-बसपा के कई असंतुष्ट नेताओं ने उनसे बातचीत करनी शुरू कर दी है. वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने कैडर और इंचार्ज से राज्य में बीजेपी की जमीनी स्थिति का फीडबैक भी लेना शुरू कर दिया है. सीएम योगी आदित्यनाथ के एक करीबी ने बताया, ”बीजेपी अपने मौजूदा 69 सांसदों में से 30 का टिकट काट सकती है.” 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 71 सीट जीती थी. लेकिन उसके बाद हुए उपचुनावों में भाजपा गोरखपुर और फूलपुर सीट समाजवादी पार्टी से हार गई.
Bahujan Samaj Party (BSP) chief Mayawati & Samajwadi Party (SP) chief Akhilesh Yadav have decided that SP will contest on 37 seats while BSP will fight on 38 seats in the upcoming Lok Sabha elections 2019. pic.twitter.com/k2Gee6iFyy
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 21, 2019
पार्टी सूत्र ने बताया, करीब 2 पार्टी सांसदों ने लोकसभा चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई है वहीं कुछ अन्य सांसदों की ‘रिपोर्ट कार्ड’ संतोषजनक नहीं पाई गई. बुधवार आधी रात दिल्ली में बीजेपी चीफ अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की बैठक में इन मुद्दों के अलावा सूबे में सहयोगी पार्टियों के गठबंधन में आ रही समस्या पर बातचीत की गई. एक बीजेपी नेता ने बताया कि कुछ मंत्रियों और विधायकों से लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा जा सकता है. लेकिन उसने ”आधिकारिक” तौर पर बातचीत नहीं की गई है.एक सूत्र ने बताया कि पार्टी कुछ राज्यसभा सांसदों को भी चुनाव में उतार सकती है. लेकिन फिलहाल कुछ भी फाइनल नहीं है.