Assam Hooch Tragedy Death: असम के गोलाघाट जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 93 लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में महिलाएं भी हैं. इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
गुवाहाटी. असम के दो जिलों में जहरीली शराब पीने से अब तक 93 लोगों की मौत हो चुकी है. असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने जोरहाट और गोलाघाट जिलों का दौरा किया, जहां 200 से ज्यादा लोगों का जहरीली शराब पीने के बाद इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक स्वाहिद कुशाल कोनवार सिविल अस्पताल और जोरहाट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पीड़ितों का इलाज जारी है. मरने वालों में गोलाघाट जिले के 70 और जोरहाट से 23 लोग हैं. शर्मा ने कहा, शुक्रवार को गुवाहाटी से जाने से पहले मरने वालों की तादाद 59 थी. जोरहाट पहुंचने पर संख्या और बढ़ गई. दिब्रूगढ़, तेजपुर और गुवाहाटी से डॉक्टरों और मेडिकल कॉलेजों की टीम बुलाई जा रही है. पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो जोरहाट जिले के बोरोहोल्ला इलाके के चाय बागानों में शराब बेच रहे थे. मरने वालों में अधिकतर लोग गोलाघाट जिले के सलमारा चाय बागान के कर्मचारी हैं.
गोलाघाट जिला एक्साइज डिपार्टमेंट ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने जांच अपर असम डिविजन कमिश्नर को सौंपी है. अधिकारियों ने कहा, ”शुरुआती जांच से पता चला है कि लोगों ने मिथाइल मिली हुई शराब पी है.” असम विधानसभा में चालू बजट सत्र में इस घटना के बाद जमकर हंगामा मचा. मरने वालों में द्रौपदी ओरन और उसका भाई संजूय ओरन भी शामिल है, जिसके घर से मजदूर जहरीली शराब हलमीरा चाय बागान लाए थे.
डीएसपी पार्थ प्रोतिम साइकिया ने कहा कि संजू एक कैन में सुलाई (शराब) लाया था. साइकिया ने कहा, ”हमने फॉरेंसिक जांच के लिए सैंपल भेज दिए हैं. लेकिन उस कैन में रखी गई शराब मिलावटी हो सकती है.” साइकिया ने कहा कि सुलाई चाय बाहान के अंदर से नहीं बल्कि बाहर से लाई गई थी. वहीं एडिशनल सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस ध्रुव बोरा ने कहा, ”ऐसा लगता है कि जहरीली शराब मिलावटी थी. शुरुआती जांच से मालूम चला है कि हर कोई उसे द्रौपदी के घर से लाया गया था. मरने वालों में वह भी शामिल है.”
पिछले दिनों उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में करीब 100 लोग जहरीली शराब पीने से मर गए थे. यूपी में अवैध शराब से मौत के बाद 215 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे साजिश बताते हुए सपा के शामिल होने का अंदेशा जताया था. सीएम योगी ने कहा था कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें सपा कार्यकर्ता शामिल रहे हैं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.