नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) ने मुस्लिमों तक सीधे पहुंचने की गति तेज कर दी है. इस काम को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) के जरिए किया जा रहा है. मुस्लिम मंच पिछले साल की तरह इस साल भी इफ्तार पार्टियां आयोजित कर रहा है, लेकिन इस बार कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा जिला मुख्यालयों पर ये पार्टियां आयोजित हों.
इंटरनेशनल इफ्तार पार्टी सोमवार को दिल्ली में रखी गई है, इसमें पचास देशों के राजदूतों को बुलाया गया है लेकिन पाकिस्तान को न्यौता नहीं दिया गया है. हाल ही में कश्मीर में घुसपैठ की घटना और कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के स्टैंड के चलते ये फैसला लिया गया है.
पिछले साल भी पाकिस्तान को इस आयोजन में इनवाइट नहीं किया गया था और उसकी वजह पैम्पोर अटैक था. इरादे एकदम स्पष्ट हैं, पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाया जाता रहेगा. इसके अलावा इस कार्यक्रम में नजमा हेपतुल्ला, राजनाथ सिंह, बीरेन्द्र सिंह, अनुप्रिया पटेल और मनोज तिवारी जैसे कई बड़े चेहरे हिस्सा लेंगे.
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संयोजक गिरीश जुयाल दावा करते हैं कि अभी तक पूरे देश में 6200 जगहों पर रोजा इफ्तार का कार्यक्रम हो चुका है. इनमें से कई जगहों पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने भी भाग लिया है, जो राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संरक्षक भी हैं. इंटरनेशनल इफ्तार कार्यक्रम में भी उनकी मौजूदगी रहेगी ही.
इन रोजा इफ्तार कार्यक्रमों में मुस्लिम मंच का सात प्वॉइंट का एजेंडा है, जिसमें सबसे अहम तो गाय के दूध से रोजा तोड़ना है, इसकी वजग गिरीश बताते हैं, कि इससे दोनों समुदाओं के बीच सौहार्द बढ़ेगा, दूसरी अहम बात है तुलसी यानी रेहान का पौधा हर घर में लगाना, तीसरा मोहल्ले में एक छायादार पेड़ लगाना, तीसरा मोहल्ले के सबसे गरीब व्यक्ति को बुलाना और उसके दिलोदिमाग से कमतरी की भाव निकालकर उसका आत्मविश्वास बढ़ाना, उसकी हर सम्भव मदद करना.
चौथा बिंदु है कम से कम एक बुराई को अपने अंदर से खत्म कर लेने का संकल्प करना, जैसे स्मोकिंग, ड्रिंकिंग आदि और पांचवे प्वॉइंट में एक अच्छाई को अपनाने के संकल्प की बात है. इसके अलावा इस मौके पर एक किसी नवी, पैगम्बर या वली के जीवन से जुड़ी कोई प्रेरणा देने वाली कहानी बताते हैं और सातवां प्वॉइंट है कि रोजा इफ्तार में किसी गैर मुस्लिम को भी बुलाते हैं, उसका भी रोजा इफ्तार करवाते हैं औऱ उसे रोजा रखने का पूरा प्रयोजन समझाते हैं. साथ ही पूरे मोहल्ले की, घर की साफ सफाई और सज्जा करवाने पर जोर देते हैं.
गिरीश जुयाल मुस्लिम मंच के इस आयोजन को जेहन, रूह और जहां की पाकीजगी का माध्यम बताते हैं. इंटरनेशनल इफ्तार के कार्यक्रम के लिए एक और एजेंडा मुस्लिम मंच ने शामिल किया है. सोमवार यानी 19 जून को होने वाले इस कार्यक्रम में जकात का जो पैसा इकट्ठा किया जाएगा, उससे 10 तलाकशुदा और 10 विधवा मुस्लिम महिलाओं की हर सम्भव मदद की जाएगी. बाद में इस तरह की मदद हर जिला इकाई पर करने की बात मुस्लिम मंच कर रहा है.