Maharashtra Farmers Protest: कम्युनिस्ट विचारक गोविंद पानसरे की चौथी पुण्यतिथि के मौके पर बुधवार को महाराष्ट्र के 23 जिलों के किसान राज्य पैदल यात्रा में शामिल हुए. ये मार्च 27 फरवरी को खत्म होगा. गुरुवार को किसान नासिक से मुंबई पहुंचेंगे. ये यात्रा राज्य और केंद्र में भाजपा सरकारों द्वारा किसानों के साथ कथित तौर पर विश्वासघात किए जाने को लेकर की जा रही है.
मुंबई. आदिवासी, भूमिहीन और छोटे किसान पिछले साल मार्च के बाद एक बार फिर मुंबई में अपनी दूसरी लंबी पैदल यात्रा के लिए जुट गए हैं. बुधवार को किसान महाराष्ट्र के नासिक में जुटे जहां से गुरुवार को मुंबई के लिए पैदल यात्रा शुरू की गई. इस पैदल यात्रा के लिए त्र्यंबकेश्वर, कलवन, पालघर और आस-पास के स्थानों से होते हुए 8 से 15 किमी की दूरी तय करके किसान नासिक के अंतर-शहर महामर्ग बस अड्डे पर पहुंचे. यहां से किसान यात्रा शुरू होनी है.
पुलिस ने अनुमान लगाया कि लगभग 10,000 किसान इस यात्रा के लिए नासिक पहुंचे. बुधवार से शुरू होने वाली सात दिवसीय यात्रा के लिए चावल, आटा, तेल और नमक जैसे राशन के सामान गाड़ियों में भरे गए. अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) ने कहा कि किसान यात्रा गुरुवार शुरू की जाएगी क्योंकि ठाणे और पालघर जिलों के किसानों को पुलिस द्वारा रोका गया था जिनके गुरुवार को पहुंचने की उम्मीद है. मार्च 27 को मुंबई में समाप्त होने वाली है. इस समय राज्य में बजट सत्र चल रहा होगा.
इस यात्रा के शुरू होने में एक दिन की देरी के कारण राज्य सरकार को आंदोलनकारी किसानों से बात करने और एक समझौता करने का मौका दिया गया. हालांकि इसका कोई नतीजा नहीं निकला. मंगलवार को पुलिस ने भी किसानों की इस यात्रा पर रोक लगा दी थी. किसानों को पुलिस ने कहा था कि वो नासिक में प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. हालांकि किसान इस पर भी नहीं माने और इस यात्रा को आज से शुरू कर रहे हैं.