नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरकार और विपक्ष में दांवपेच जारी है. अभी सिर्फ एक-दूसरे को टटोलने और मेल-मुलाकातों का दौर चल रहा है. इस सिलसिले में आज केंद्र सरकार के दो बड़े मंत्री राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से मुलाकात की.
विपक्षी नेताओं से मुलाकात के बाद राजनाथ और वेंकैया बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से भी मिले. सरकार विपक्ष को साधने के साथ-साथ एनडीए का साथ कायम रखने की कोशिश में भी जुटी है. इस कड़ी में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुंबई में मातोश्री जाने से पहले शिवाजी पार्क में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के सामने शीश नवाया तो बाल ठाकरे की समाधि पर श्रद्धांजलि दी.
लेकिन इस बीच उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बाद अब कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन का नाम उछाल दिया है. राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए और विपक्ष दोनों तरफ से आम राय की बात कही जा रही है, लेकिन अपने उम्मीदवार का नाम कोई नहीं बता रहा.
विपक्ष को लग रहा है कि बीजेपी रणनीति के तहत उसे उलझा रही है, ताकि एनडीए उम्मीदवार के मुकाबले विपक्ष को अपना उम्मीदवार उतारने का वक्त ही ना मिले. एनडीए की ओर से तो तय है कि प्रधानमंत्री मोदी जिसे चाहेंगे, वो राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार होगा, लेकिन कांग्रेस को विपक्ष के उम्मीदवार पर कम से कम 10 पार्टियों के नेताओं से मुहर लगवानी होगी, जिसमें वक्त लगेगा.