मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने पर अड़ी शिवसेना, उद्धव ठाकरे से संडे को मिलेंगे अमित शाह

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, "सिर्फ मोहन भागवत को ही राष्ट्रपति बनना चाहिए. समझ लीजिए जो हमारे मन की बात है, वो देश के मन की बात है."

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मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने पर अड़ी शिवसेना, उद्धव ठाकरे से संडे को मिलेंगे अमित शाह

Admin

  • June 15, 2017 10:53 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
मुंबई. अगले महीने हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को सत्तारूढ़ एनडीए का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर शिवसेना अड़ गई है. शिवसेना की मांग है कि बीजेपी को भागवत को इस पद को संभालने के लिए मनाना चाहिए.
 
महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच रह-रहकर तनातनी के माहौल के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रविवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलेंगे. शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने बताया है कि रविवार की सुबह ठाकरे के आवासा मातोश्री पर शाह और उद्धव की मुलाकात होगी.
 
इंडिया न्यूज़ के साथ खास बातचीत में संजय राउत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भावगत को ही देश का अगला राष्ट्रपति होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगला राष्ट्रपति वही होगा जिसे एनडीए आगे बढ़ाएगा और जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनाना चाहेंगे.
 
राउत ने कहा कि बीजेपी तैयार हो तो शिवसेना उसके साथ मिलकर भागवत को मनाएगी कि वो अपना मन बदलें और देश का राष्ट्रपति बनने के लिए तैयार हों. उन्होंने कहा कि मोहन भागवत देश के सबसे बड़े नेता हैं और हमें उनके नेतृत्व पर पूरा भरोसा है.
 
 
शिवसेना ने कहा कि ये कोई राजनीतिक बात नहीं है क्योंकि मोहन भागवत गैर-राजनीतिक नेता हैं. संजय राउत ने कहा, ‘सिर्फ भागवत को ही राष्ट्रपति बनना चाहिए. समझ लीजिए जो हमारे मन की बात है, वो देश के मन की बात है.’
 
राउत ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिन्दुत्व का चेहरा हैं. जरा सोचिए कि देश में राम मंदिर बनाने की लहर क्यों चल रही है. सोचिए कि यूपी में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत क्यों मिली. योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री कैसे बने. इन सबके पीछे हिन्दुत्व है. हिन्दू राष्ट्र जैसे बीजेपी का एजेंडा है वैसे ही हमारा भी एजेंडा है. मोहन भागवत राष्ट्रपति बनते हैं तो हम एक कदम आगे बढ़ेंगे.“
 
 
राउत को लगता है कि मोहन भागवत राष्ट्रपति बनेंगे तो धारा 370 का खात्मा होगा जो बीजेपी का सबसे बड़ा एजेंडा है और उनकी पार्टी भी यही चाहती है. उन्होंने कहा कि भागवत अगर राष्ट्रपति बनते हैं तो समान नागरिक संहिता भी लागू होगा जो आरएसएस के एजेंडा पर लंबे समय से हैं.
 
 
राउत को लगता है कि मोहन भागवत के राष्ट्रपति बनने से अयोध्या में राम मंदिर बनाने की सारी बाधाएं दूर होंगी और फिर कोई मंदिर बनने से नहीं रोक सकता. राउत ने कहा कि आप ये तय नहीं कर सकते कि कौन सेकुलर है और कौन नहीं. ये नहीं चलेगा कि राम मंदिर का विरोध करने वाले सेकुलर कहलाएं और समर्थन करने वाले नॉन-सेकुलर.
 
मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने को लेकर शिवसेना की जिद को लेकर पूछे गए सवाल पर राउत ने कहा कि उनकी पार्टी देशहित में बार-बार भागवत का नाम ले रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी तय कर ले, मोदी तय कर लें, अमित शाह तय कर लें तो सब मिलकर भागवत को मना सकते हैं. 
 
 
उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल राष्ट्रपति के पद पर किसी न किसी हिन्दुत्ववादी नेता को बैठना ही है और ऐसा होता है तो इससे देश को वाकई फायदा होगा. राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने भागवत जी का नाम चुना है और बार-बार उनका नाम ले रहे हैं क्योंकि हमारा उनमें भरोसा और समर्पण है.

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