भोपाल: मध्यप्रदेश में शांति बहाली के लिए उपवास पर बैठे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नारियल पानी पीकर अपना उपवास तोड़ दिया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी ने सीएम को नारियल पानी पिलाया और उपवास तोड़ा. शिवराज ने कैलाश जोशी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. उपवास तोड़ने से पहले शिवराज ने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए हमारी सरकार हमेशा से प्रतिबद्ध रहेगी.
शिवराज ने कहा कि किसानों के लिए हमारी सरकार नए टीम का गठन करेगी, साथ ही हिंसा के लिए जिम्मेदार तत्वों पर कार्रवाई की बात कही. उन्होंने कहा कि हम एसी कमरों में बैठने वाले सीएम नहीं हैं, जो बैठकर हालात देखता रहे. जब-जब किसानों पर संकट आया, मैं मंत्रालय, सीएम हाउस से निकलकर खेतों तक गया. सीएम ने अपने संबोधन में भारतीय किसान संघ जैसे संगठनों को साथ देने के लिए शुक्रिया भी कहा.
बता दें कि मंदसौर पुलिस फायरिंग में मारे गए 4 किसानों के परिजनों ने सीएम से मिलकर उपवास खत्म करने का अनुरोध किया था. सीएम से मिलने के बाद मृतक किसानों के परिजनों ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने किसानो के लिए बहुत कुछ किया है. इसलिए सीएम को अपना उपवास तोड़ देना चाहिए.
वहीं किसानों की मांगों को लेकर आंदोलन के दौरान किसानों की मौत पर सियासत थम नहीं रही है. सीएम के अनिश्चितकालीन उपवास के जवाब में कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी भोपाल में तीन दिन सत्याग्रह का ऐलान कर दिया.
बता दें कि राज्य में 6 जून को मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में पांच किसानों की मौत हो गई थी और छह अन्य किसान घायल हो गये थे. इसके बाद किसान भड़क गये और किसान आंदोलन समूचे मध्यप्रदेश में फैल गया तथा और हिंसक हो गया.