फिरोजाबाद: समाजवादी पार्टी (SP) के कुनबे में चल रहे सियासी घमासान अब खुलकर सामने आ गया है. यूपी के फिरोजाबाद में समाजवादी पार्टी दफ्तर के बाहर लगी होर्डिंग्स से मुलायम सिंह यादव की तस्वीर गायब है. ऐसा पहली बार हुआ है, जब पार्टी के पोस्टर पर नेताजी की तस्वीर नहीं है. फिरोजाबाद में समाजवादी पार्टी के सदस्य बनने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं.
पोस्टर में अखिलेश, रामगोपाल समेत कई नेताओं की तस्वीरें हैं, लेकिन मुलायम सिंह गायब हैं. सपा के जिला कार्यालय के बाहर लगी होर्डिंग तक पर भी न तो शिवपाल यादव का नाम है और न ही उनकी तस्वीर है. बता दें कि यूपी चुनाव से पहले मुलायम-अखिलेश के बीच बढ़ती दूरियां किसी से छिपी नहीं हैं. पोस्टरों से मुलायाम और शिवपाल के गायब होने को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले मुलायम ने कहा कि साल 2012 में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना उनकी बड़ी गलती थी. उन्होंने ये बात मैनपुरी के जुनेसा गांव में एक प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कही. मुलायम ने कहा कि सीएम हमको बनना चाहिए था. अगर में मुख्यमंत्री होता तो बहुमत मिल जाता और दोबारा सत्ता में लौटते. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन एसपी की बुरी दशा के लिए जिम्मेदार है.
सपा सरंक्षक ने आगे कहा कि मेरे मना करने के बावजूद भी पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस से गठबंधन किया और इस वजह से पार्टी को चुनाव में हार मिली. बाप-बेटे पर लोगों को बोलने का मौका मिला. मुलायम ने रामगोपाल को ‘शकुनी’ बताने वाले शिवपाल के बयान को भी सही ठहराते हुए उन्होंने कहा कि शिवपाल को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ा गया, यहां तक की पैसा भी खर्च किया गया.