लालू यादव को CM नीतीश ने कहा विषैला सांप

बिहार में चुनाव नजदीक है लेकिन अभी भी जेडीयू और राजद गठबंधन में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने आरजेडी सुप्रीमो की तुलना विषैले सांप से की है. लालू के साथ बिहार का विकास कैसे करेंगे? इस सवाल के जवाब में नीतीश ने ट्वीट किया, ''बिहार का विकास मेरा मेन एजेंडा है. जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग. चंदन विष व्यापत नहीं रहे लिपटे रहत भुजंग.'' इस दोहे के माध्यम से उन्होंने लालू की तुलना एक ऐसे विषैले सांप से की है जिसके बुरे साथ का असर उन पर नहीं पड़ेगा.

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लालू यादव को CM नीतीश ने कहा विषैला सांप

Admin

  • July 22, 2015 4:45 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

पटना. बिहार में चुनाव नजदीक है लेकिन अभी भी जेडीयू और राजद गठबंधन में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने आरजेडी सुप्रीमो की तुलना विषैले सांप से की है. लालू के साथ बिहार का विकास कैसे करेंगे? इस सवाल के जवाब में नीतीश ने ट्वीट किया, ”बिहार का विकास मेरा मेन एजेंडा है. जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग. चंदन विष व्यापत नहीं रहे लिपटे रहत भुजंग.” इस दोहे के माध्यम से उन्होंने लालू की तुलना एक ऐसे विषैले सांप से की है जिसके बुरे साथ का असर उन पर नहीं पड़ेगा.

 

. @SunilVChandak Bihar’s development is my sole agenda.जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग| चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग ||

— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 21, 2015

आरजेडी ने कहा- नेता का अपमान नहीं सहेंगे
नीतीश कुमार द्वारा लालू यादव की तुलना एक विषैले सांप से करने का आरजेडी ने विरोध किया है. आरजेडी ने कहा कि हम अपने नेता का ऐसा अपमान नहीं सह सकते. आरजेडी के पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद ने कहा, ” नीतीश अपना जुमला बोलते रहते हैं. लेकिन इस तरह से तुलना करना ठीक नहीं। लालू ने जो विकास किया वह कोई सपना में नहीं सोच सकता है. राजनीति में यह सब चलता है. इससे हम सहमत नहीं है. ये बोलना गलत है.”

बीजेपी ने याद दिलाया दूसरा दोहा
लालू के बुरे साथ का असर नहीं पड़ने का दावा करने वाले नीतीश कुमार को बीजेपी ने दूसरा दोहा याद दिलाया है. बीजेपी प्रवक्ता रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि नीतीश कुमार को यह दोहा भी याद रखना चाहिए, ”संगत से गुण होत है संगत से गुण जात. सभी को पता है कि अच्छी संगत से अगर गुण अच्छे होते हैं तो बुरी संगत से अच्छे गुण चले भी जाते हैं.”

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