18 साल की बेटी को पिता ने 3 दिन तक मिट्टी में गाड़े रखा, मगर हकीकत तो कुछ और ही है

क्या कोई पिता अपनी ही बेटी को जिंदा मिट्टी में गाड़ सकता है? नहीं न, लेकिन एक पिता ने अपनी बेटी के साथ कुछ ऐसा ही किया है. बेटी कॉलेज से जब घर आई, तो उसके रिश्तेदारों ने उसे मिट्टी में गाड़ने के लिए कहा. उसके पिता ने ठीक वैसा ही किया और अपने घर के पास ही बगीचे में गाड़ दिया. हैरान करने वाली बात ये थी कि उसके आस-पास सभी लोग चुपचाप देखते रहे.

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18 साल की बेटी को पिता ने 3 दिन तक मिट्टी में गाड़े रखा, मगर हकीकत तो कुछ और ही है

Admin

  • June 9, 2017 5:58 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली :  क्या कोई पिता अपनी ही बेटी को जिंदा मिट्टी में गाड़ सकता है? नहीं न, लेकिन एक पिता ने अपनी बेटी के साथ कुछ ऐसा ही किया है. बेटी कॉलेज से जब घर आई, तो उसके रिश्तेदारों ने उसे मिट्टी में गाड़ने के लिए कहा. उसके पिता ने ठीक वैसा ही किया और अपने घर के पास ही बगीचे में गाड़ दिया. हैरान करने वाली बात ये थी कि उसके आस-पास सभी लोग चुपचाप देखते रहे. 
 
अगर इतना पढ़कर आपका गुस्सा बढ़ गया, तो जरा अपने गुस्से पर काबू करिये और शांति से जानें कि आखिर ऐसा हुआ क्यों और पिता ने बेटी को मिट्टी में गाड़ा क्यों?
 
दरअसल, जिस लड़की को पिता ने मिट्टी में गाड़ा है, उसका नाम ऐना बेलेस्ट्रोस है, जो 18 साल की है. उसे उसके पिता ने तीन दिन तक अपने ही बगीचे में गाड़े रखा. लेकिन सिर ऊपर था. मतलब गले तक उसकी मिट्टी थी. 
 
बेटी को मिट्टी में गले तक गाड़ने की वजह ये थी कि कॉलेज से लौटते वक्त लड़की बिजली की चपेट में आ गई थी. जैसे ही घर आई, उसकी हालत खराब लग रही थी. तभी उसके परिवार वालों ने रिश्तेदारों के एक इशारे पर उसे गाड़ दिया. उसे डॉक्टर के पास ले जाने से बेहतर रिश्तेदारों ने उसे मिट्टी में गाड़ना ही बेहतर समझा. 
 
जी हां, तीन दिन तक उस लड़की को मिट्टी में गाड़ कर ट्रीटमेंट किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि उनका मानना था कि बिजली के चपेट में आए हुए इंसान को अगर मिट्टी में कुछ समय के लिए गाड़े रखो तो सारा दर्द गायब हो जाता है और इंसान के बचने के चांसेज ज्यादा होते हैं क्योंकि मिट्टी से एनर्जी मिलती है. 
 
 

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