नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने यहां खेड़ा खुर्द गांव में पहलवान सरिता मान के भव्य स्वागत समारोह के मौके पर कहा कि एक पहलवान को इसी तरह की हौसला आफज़ाई की ज़रूरत हमेशा रहती है. उन्होंने इस मौके पर दिए अपने भाषण के दौरान सरिता से कहा कि वह आज यह गांव वालों से यह वादा करें कि वह एक दिन ओलिम्पिक में पदक जीतेंगी और गांव वाले इससे भी ज़्यादा भव्य आयोजन की तैयारी करेंगे.
सरिता मान ने पिछले दिनों एशियाई चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया था. वह इस प्रतियोगिता के लिए 60 किलो वजन की तैयारी कर रही थीं लेकिन प्रतियोगिता शुरू होने से कुछ ही रोज़ पहले साक्षी मलिक के 60 किलो में उतरने की इच्छा ज़ाहिर करने पर सरिता को 58 किलो में उतरना पड़ा. सरिता को अपनी मेहनत पर भरोसा था और उन्होंने बिना किसी नानुकुर किए 58 किलो में भाग लिया और जब प्रतियोगिता खत्म हुई तो उनके गले में एक सिल्वर मेडल झूल रहा था. वह एशिया में दूसरे स्थान पर रहीं.
सरिता का खेड़ा खुर्द गांव ने उनकी इस क़ामयाबी के लिए भव्य स्वागत किया. उन्हें और उनके कोच कुलदीप को जीप में बिठाकर पूरे गांव में घुमाया गया और फिर एक स्वागत समारोह के बाद उनके परिवार ने पूरे गांव के लिए भोजन की व्यवस्था की.
इसी साल सरिता की पहलवान राहुल मान से शादी हुई और दोनों ने ही परिपक्वता दिखाते हुए यह तय कर लिया कि शादी उनके करियर में बाधा नहीं बनेगी और वे देश के लिए खेलना जारी रखेंगे. शादी होते ही राहुल कैम्प में सोनीपत चले गए और सरिता लखनऊ.
शादी के बाद अम्बाला में भारत केसरी दंगल में सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए. हालांकि सरिता गोल्ड मेडल न जीत पाने से काफी दुखी थीं. राहुल सहित पूरे परिवार ने उन्हें समझाया और आगे की प्रतियोगिता के लिए उन्हें मानसिक रूप से तैयार किया. सरिता ने दिल्ली में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर दिखा दिया कि उनमें दमखम है और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा है. उन्होंने इस जीत का श्रेय अपने कोचों के अलावा अपने परिवार को दिया.
अब अगली मंज़िल भी करीब है. अगस्त मे पेरिस में वर्ल्ड चैम्पियनशिप होने वाली है. इसका कैम्प अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा और सरिता भी टीम की बाकी खिलाड़ियों की तरह व्यस्त हो जाएंगी अपनी तैयारी के लिए. उन्होंने कहा कि अपने परिवार के सहयोग से वह बेहद खुश हैं और अब उनकी दिली इच्छा विश्व स्तर की प्रतियोगिता में पदक जीतने की है.